पर्यटक प्रदेश के लिए शांति जरूरी : मुख्य सचिव
देहरादून। मुख्य सचिव डॉ.एसएस संधू ने कहा कि उत्तराखंड पर्यटक प्रदेश है और इसके लिए जरूरी है कि प्रदेश में शांति रहे। उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों को चाहिए कि वे भी ऐसा व्यवहार रखें ताकि पर्यटकों को पुलिस को देखकर विास व सुरक्षा की भावना उत्पन्न हो। मुख्य सचिव पुलिस मुख्यालय, उत्तराखण्ड, देहरादून में आयोजित दो दिवसीय वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के सम्मेलन के उद्घाटन अवसर पर बतौर मुख्य वक्ता बोल रहे थे। सम्मेलन के पहले सेशन में मुख्य थीम स्मार्ट पुलिसिंग पर बोलते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री की ओर से दिए गए लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए उत्तराखंड पुलिस ने काफी प्रयास किए हैं।
ट्रेडिशनल क्राइम के बजाय साइबर क्राइम बढ़े हैं। राज्य पुलिस को देश का बेस्ट आईआईटी,जिसमें कंप्यूटर साइंस का डिपार्टमेंट साइबर सिक्योरिटी में सबसे अच्छा है, उत्तराखंड पुलिस के साथ सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाये जाने का निर्णय किया गया है। इसके लिए उत्तराखंड शासन द्वारा व्यय भार वहन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भविष्य में उत्तराखंड पुलिस एवं आईआईटी का कंप्यूटर साइंस डिपार्टमेंट साइबर क्राइम को रोकने के लिए लेटेस्ट टेक्नोलॉजी का प्रयोग करेगा।
मुख्य सचिव ने कहा कि कम अपराध होने और सुरक्षित एवं शांतिप्रिय माहौल होने के कारण उत्तराखंड में उद्योगों एवं पर्यटन के अनुकूल माहौल बना है और उत्तराखंड पर्यटकों का फेवरेट डेस्टिनेशन बना हुआ है। उत्तराखंड के पुलिस कर्मियों का व्यवहार अन्य प्रदेशों के मुकाबले बेहतर है। उन्होंने कहा कि ड्रग्स के लिए गठित एडीटीएफ को और अधिक सुदृढ़ किया जाए।
पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड अशोक कुमार ने कहा कि उत्तराखण्ड पुलिस ने इन 20 वर्षों में काफी कुछ हासिल किया है। राज्य पुलिस की आधारभूत संरचना बेहतर हुए हैं। संवेदनशील पुलिसिंग की ओर भी काफी काम हुआ है, लेकिन अभी भी काफी कुछ हासिल करना बाकी है। उत्तराखण्ड पुलिस को देश की सर्वोत्तम पुलिस बनाना है।
उन्होंने कहा कि स्मार्ट पुलिसिंग के प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप स्मार्ट पुलिसिंग की ओर से बढ़ना थीम पर उत्तराखण्ड पुलिस के आपरेशनल, प्रशासनिक और माडनाइजेशन के स्तर को बढ़ाने और उसे और अधिक स्मार्ट बनाने के लिए इस सम्मेलन में चर्चा होनी है। सम्मेलन में मुख्य सचिव के साथ पुलिस अधिकारियों ने कार्मिक, प्रोवजिनिंग, आधुनिकीकरण, पुलिस कल्याण, कानून व्यवस्था, फायर,संचार,ड्रग्स, साइबर क्राइम आदि मुद्दों पर गहराई से मंथन किया। एंटी ड्रग्स, नशा मुक्ति व पुनर्वास केन्द्रों के लिए पॉलिसी पर चर्चा की गयी।
सम्मेलन के आरंभ में हरवंश कूपर, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष/काबीना मंत्री उत्तराखण्ड सरकार के आकस्मिक निधन पर उनकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन धारण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी।