सीमांत जिले में भारत-नेपाल के मध्य छारछुम के पास बनेगा पहला मोटर पुल
पिथौरागढ़। भारत-नेपाल के मध्य रोटी-बेटी के संबंधों को अधिक मजबूत बनाने के लिए जिले की सीमा पर काली नदी में स्वीकृत पहला मोटर पुल निर्माण का कार्य लंबित होता जा रहा है। दोनों देशों के सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़क से जुड़ चुके हैं। भारत-नेपाल के मध्य मोटर पुल बनने से दोनों देशों के सीमांत क्षेत्रों में वाहनों से आवाजाही होगी।
इस उद्देश्य को लेकर पिथौरागढ़ जिले में भारत और नेपाल के मध्य सड़क परिवहन के लिए मोटर पुल निर्माण का निर्णय लिया गया। पूर्व में यह पुल झूलाघाट में बनना था। झूलाघाट के पंचेश्वर बांध के डूब क्षेत्र में होने के कारण पुल धारचूला विकास खंड के छारछुम नामक स्थान पर स्वीकृत किया गया। दो वर्ष पूर्व पुल का डिजायन भी तैयार किया गया। भारत और नेपाल के अधिकारियों के संयुक्त निरीक्षण के बाद पुल निर्माण स्थल का चयन किया गया। इस चयन के बाद आगे की कार्रवाई चली। लगभग दो वर्ष पूर्व एक भारत की तरफ से यहां पर हल्का फुल्का कार्य किया गया। पुल के डिजायन के लिए दिल्ली आइआइटी की टीम ने निरीक्षण भी किया।
इस बीच कोरोना काल आ गया। नेपाल में राजनीतिक परिदृश्य भी बदल गया। नेपाल में कालापानी विवाद भी पैदा किया। दोनों देशों की सीमा सील हो गई। भारत-नेपाल के मध्य बनने वाला मोटर पुल का कार्य भी हाशिए में चला गया। लगभग दो वर्ष बाद बीते माह भारत-नेपाल के अधिकारियों की पिथौरागढ़ में बैठक हुई। जिसमें भारत और नेपाल के मध्य स्वीकृत झूला पुलों और मोटर पुल निर्माण को लेकर चर्चा हुई। पुलों का निर्माण कार्य तेजी से करने का फैसला हुआ। जिलाधिकारी पिथौरागढ़ ने भारत-नेपाल के मध्य बनने वाले मोटर पुल निर्माण की कार्रवाई तेज करने के लोनिवि अस्कोट को निर्देश दिए हैं। ====== 4887.26 लाख की लागत से बनेगा 110 मीटर लंबा पुल भारत-नेपाल के मध्य सीमांत जिले में धारचूला के छारछुम के पास काली नदी पर 4887.26 लाख की लागत से 110 मीटर स्पान का मोटर पुल बनेगा। मोटर पुल की डीपीआर तैयार हो चुकी है। पिथौरागढ़ जिले की नेपाल से 185 किमी लंबी सीमा है। सीमा के बीच अभी तक सात झूला पुल सीता पुल, एलागाड़, धारचूला, बलुवाकोट, जौलजीबी, द्वालीसेरा और झूलाघाट हैं। इसके अलावा दो पुल और प्रस्तावित हैं। भारत-नेपाल के मध्य निर्मित कुछ झूला पुलों का निर्माण भारत और कुछ का निर्माण ने किया है। मोटर पुल का निर्माण भारत ने करना है। भारत में लोनिवि अस्कोट पुल निर्माण करेगी। ========== भारत-नेपाल के मध्य छारछुम के पास 4887.26 लाख की लागत से 110 मीटर स्पान का पुल बनना है। पुल निर्माण की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है। पुल की डीपीआर स्वीकति के लिए आइआइटी दिल्ली गई है। दिल्ली से स्वीकृति शासन को मिलेगी। शासन के पास आते ही पुल निर्माण का कार्य प्रारंभ हो जाएगा।
– इ. वीके सिन्हा, अधिशासी अभियंता, लोनिवि अस्कोट।