मुख्य सचिव ने दिये स्टार्ट अप को बढ़ावा देने के लिए पालिसी में सुधार के निर्देश
देहरादून। मुख्य सचिव डा. एस.एस. संधु ने निर्देश दिये कि प्रदेश में स्टार्टअप को बढ़ावा दिए जाने हेतु लगातार पालिसी में सुधार किए जाएं ताकि इस योजना कि अन्र्तगत प्रदेश में उद्योगों को बढ़ावा मिल सके। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप और इंक्यूबेटर्स को सरकार द्वारा लगातार सहयोग दिया जाए। संधु आज शुक्रवार को सचिवालय में उत्तराखण्ड स्टार्टअप काउंसिल की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे। उन्होंने स्टार्टअप्स हेतु आयोजित आइडिया चौलेंज के अंतर्गत टप 10 सुझावों को दिए जाने वाले 50 हजार रुपए का कैश प्राइज को बढ़ाकर टप 20 सुझावों को दो लाख रुपए का कैश प्राइज दिए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने इंक्यूबेटर्स को दिए जाने वाले अपरेशन एंड मेंटेनेंस एक्सपेंसेज को दो लाख से बढ़ाकर पांच लाख किए जाने और कैपिटल ग्रांट को एक करोड़ से दो करोड़ किए जाने के भी निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को कहा कि स्टार्टअप्स के साथ मासिक रूप से बैठकें आयोजित कर उनकी समस्याओं को दूर करे। उन्होंने आइडिया शेयरिंग के लिए उद्योग विभाग, इंक्यूबेटर और स्टार्टअप्स का एक व्हाट्सएप ग्रुप के साथ ही डिपार्टमेंट की वेबसाइट में ऐसा सिस्टम डेवलप करने के निर्देश दिए जिससे आपस में आइडियाज और जानकारियां साझा की जा सकें।
मुख्य सचिव ने सभी विभागों को स्टार्टअप की दिशा ने कुछ न कुछ किए जाने के निर्देश दिए, ताकि इससे प्रत्येक क्षेत्र में स्टार्टअप को बढ़ावा मिल सके। उन्होंने अधिकारियों को इन्नोवेटिव आइडिया के साथ ही अन्य राज्यों द्वारा किए जा रहे अच्छे आइडियाज को तुरंत अपनाए जाने के भी निर्देश दिए। ऐसे आइडियाज जो अच्छे तो हैं, परन्तु किसी कारण से उन्हें फंडिंग नहीं मिल पा रही है, उनके लिए सरकारी सिस्टम को सहयोग के लिए आगे आने की आवश्यकता बताई। इस अवसर पर सचिव श्रीमती सौजन्या, सचिव डा. पंकज पाण्डेय एवं प्रबंध निदेशक सिडकुल रणवीर सिंह चौहान सहित उत्तराखण्ड स्टार्टअप काउंसिल के अन्य सदस्य उपस्थित थे।