उत्तराखंड में 05 बंधन विकास केंद्र स्थापित किए जाएंगे, केंद्र सरकार देगी 15-15 लाख अनुदान
देहरादून। उत्तराखण्ड में भारत सरकार के जनजाति मामलों के मंत्रालय के सहयोग से 05 बंधन विकास केंद्र स्थापित किए जाएंगे। प्रत्येक केंद्र के लिए भारत सरकार 15-15 लाख रूपए का अनुदान देगी। मंगलवार को जनजाति मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा की अध्यक्षता में आयोजित वीडियो कान्फ्रेंसिंग में इस बात पर सहमति दी गई। उत्तराखण्ड की ओर से वीडियो कान्फ्रेंसिंग में सचिव एल फेनई व निदेशक, जनजाति कल्याण सुरेश चंद्र जोशी व अन्य विभागीय अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।
बैठक के बाद निदेशक, जनजाति कल्याण सुरेश जोशी ने बताया कि राज्य के जनजाति क्षेत्रों में जून माह तक 05 बंधन विकास केंद्र स्थापित किए जाएंगे। केंद्र सरकार, हर बंधन विकास केंद्र के लिए 15-15 लाख रूपए की राशि देगी। प्रत्येक केंद्र से 300 जनजाति महिलाओं के समूह को जोड़ा जाएगा। यहां वनोत्पाद, वन उपज से बनी सामग्रियांे की प्रोसेसिंग व पैकेजिंग की जाएंगी। ट्राईफेड के माध्यम से इनकी मार्केटिंग की व्यवस्था की जाएगी ताकि जनजाति महिला समूहों को उनके उत्पादों की अच्छी कीमत मिल सके। श्री जोशी ने बताया कि वर्तमान में केंद्र सरकार ने 05 बंधन विकास केंद्रों की स्वीकृति दी है जिनकी स्थापना जून माह तक कर दी जाएगी। इसके अलावा 50 और केंद्रों का प्रस्ताव भी केंद्र को भेजा जाएगा।