उत्तराखंड न बने अपराधियों की शरणस्थली : सीएम
गृह और पुलिस विभाग को मुखबिर तंत्र मजबूत करने और पेट्रोलिंग बढ़ाने के निर्देश
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अफसरों को कड़े शब्दों में ताकीद की है कि उत्तराखंड अपराधियों की शरणस्थली न बने। बता दें हाल में ही पंजाब में सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद कई संदिग्धों की उत्तराखंड से गिरफ्तारी हुई है। बुधवार को सूबे के आला अफसरों के साथ सीएम ने कानून व्यवस्था , वित्तीय स्थिति व चार धाम यात्रा के के हालात की समीक्षा की और कई निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और यूपी सहित कई राज्यों से अपराध कर अपराधी उत्तराखंड को शरणस्थली बना रहे हैं, जो कि एक खतरनाक ट्रैंड है। चारधाम यात्रा से लेकर कई राष्ट्रीय-अन्तरराष्ट्रीय स्तर के धार्मिक आयोजनों का मेजबान उत्तराखंड किसी भी कीमत पर अपराधियों की पनाहगाह साबित नहीं होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने गृह और पुलिस विभाग को मुखबिर तंत्र मजबूत करने और पेट्रोलिंग बढ़ाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा की सीएम सचिवालय में फाइलों के निस्तारण के लिये समय सीमा निर्धारित की जाए और उसका अनुपालन सुनिश्चित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने जमरानी बांध, राष्ट्रीय राजमागोर्ं की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि राज्य में सङक मागोर्ं का सुधारीकरण व सुदृढ़ीकरण किया जाए। मायावती आश्रम, पाताल भुवनेर, हिंगला देवी आदि पौराणिक स्थलों के सम्पर्क मागरे का सुधार प्राथमिकता से किया जाए। अलकनंदा होटल के प्रबंधन को बेहतर बनाने की कार्य योजना तैयार की जाए। देहरादून, पंतनगर व पिथौरागढ़ एयर पोर्ट के विस्तार के लिए औपचारिकताओं को तेजी से पूरा किया जाए। पर्वतीय क्षेत्रों में मागोर्ं के सुधारीकरण के साथ ही पाकिर्ंग व्यवस्था में भी सुधार किये जाने की आवश्यकता है। नये पाकिर्ंग स्थलों का विकास किया जाए। सचिवालय में आयोजित बैठक में उत्तराखंड के विद्युत लोकपाल सुभाष कुमार, मुख्य सचिव डॉ एसएस संधु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनंदबर्द्धन, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, सचिव शैलेश बगोली, आर मीनाक्षी सुन्दरम सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
राज्य के वित्तीय संसाधन बढ़ाने के गंभीर प्रयासों की दरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के वित्तीय संसाधनों को बढाने के लिए गम्भीरता से प्रयास किये जाने की आवश्यकता है। यह देखा जाए कि किन किन सेक्टर से वित्तीय संसाधन जुटा जा सकते हैं।
चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं की लगातार मॉनिटरिंग हो
मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं की लगातार मॉनिटरिंग की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि श्रद्धालुओं को किसी असुविधा या परेशानी का सामना न करना पड़े ।
केंद्र की योजनाओं में राज्य स्तर पर न हो कोई विलंब
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र की योजनाओं में राज्य स्तर से कोई विलम्ब नहीं होना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का उत्तराखण्ड से विशेष लगाव है। उनके मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड के लिये बहुत सी महत्वपूर्ण विकास योजनाएं स्वीकृत हुई हैं और इन पर तेजी से काम भी हुआ है। केंद्रीय योजनाओं के संबंध में केंद्रीय अधिकारियों से समन्वय को और बेहतर बनाया जाए।