अंकिता हत्याकांडः आरोपियों को नहीं मिला कोई वकील, नहीं हो सकी सुनवाई
कोटद्वार। अंकिता मर्डर केस में आरोपी पुलकित आर्य और अन्य को बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया लेकिन आरोपियों की तरफ से कोई अधिवक्ता न होने के कारण मामले की सुनवाई नहीं हो सकी। कोटद्वार बार एसोसिएशन ने पहले ही प्रस्ताव पारित कर यह साफ कर दिया है कि कोई भी वकील इन आरोपियों का केस नहीं लड़ेगा।
बुधवार को कोटद्वार कोर्ट में आरोपियों की पेशी की खबर मिलने पर सैकड़ों महिलाएं कोर्ट परिसर में पहुंच गई और आरोपियों को अपने सुपुर्द करने की मांग करने लगी। महिलाओं ने आरोपियों को फांसी देने की मांग करते हुए कहा कि जो भी वकील आरोपियों का केस लड़ेगा उसका भी विरोध किया जाएगा। प्रदर्शनकारियों ने आज यहां हाईवे को भी जाम कर दिया जिससे घंटों यातायात बाधित रहा। उधर आज हल्द्वानी में भी बड़ी संख्या में छात्रकृछात्राओं ने सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया उनकी मांग है कि आरोपियों को फांसी की सजा दी जाए तथा सरकार ऐसे नियम कानून बनाए कि इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो।
अंकिता हत्याकांड को लेकर आरोपियों की बेल की अर्जी लगाने वाले रिमांड एडवोकेट ने अब केस लड़ने से मना कर दिया है। एडवोकेट जितेंद्र रावत ने कोटद्वार न्यायायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी भावना पांडे की अदालत में बेल अर्जी लगाई थी। अब उन्होंने कहा कि मामले को संदेवनशील देखते हुए उन्होंनें आरोपियों की बेल की अर्जी का प्रार्थना पत्र वापस ले लिया है।