शैक्षिक गुणवत्ता व लैंगिक असमानता पर चर्चा
श्रीदेव भूमि इंस्टीटय़ूट में सेमिनार आयोजित
देहरादून। श्री देव भूमि इंस्टीटय़ूट आफ एजुकेशन साइंस एंड टैक्नोलाजी में सतत् विकास लक्ष्यों पर सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में विशेषज्ञों ने मुख्य रूप से शैक्षिक गुणवत्ता व लैंगिक असमानता पर चर्चा की।
पौंधा स्थित संस्थान में यूटीयू के सहयोग से आयोजित सेमिनार का उद्घाटन चैयमरैन श्रीनिवास नौटियाल, निदेशक डा. शिवानंद पाटिल व डिग्री कालेज बालकोट की एसोसिएट प्रोफेसर डा. अन्जु भट्ट ने किया।
निदेशक डा. पाटिल ने 17 सतत् विकास लक्ष्यों पर प्रकाश डाला। छात्र-छात्राओं को शिक्षा की गुणवत्ता व लैंगिक असमानता पर जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बेटा-बेटी में किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं होना चाहिए। एसोसिएट प्रोफेसर डा.अन्जु भट्ट ने लैंगिक असमानता को एक प्रमुख समस्या बताया। उन्होंने कहा कि शिक्षा पर स्त्री व पुरूष दोनों को समान अािकार होना चाहिए। लैंगिक असमानता को दूर करने के लिए महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक व राजनैतिक क्षेत्रों में प्राथमिकता देने की आवश्यकता है।
फार्मेसी विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर संतोषी शाह व मीनाक्षी ने कहा कि लैंगिक असमानता सामाजिक, आर्थिक व राजनीतिक प्रगति के बावजूद भारतीय समाज में पितृसत्तात्मक मानसिकता जटिल रूप में व्याप्त है। महिलाओं को आज भी एक जिम्मेदारी समझा जाता है। महिलाओं को सामाजिक और पारिवारिक रुढ़ियों के कारण विकास के कम अवसर मिलते हैं जिससे उनके व्यक्तित्व का पूर्ण विकास नहीं हो पाता है। कार्याला के संयोजक ने सभी का आभार जताया। इस दौरान संस्था के सभी विभागों के शिक्षक व छात्र-छात्राऐं मौजूद थे।