देहरादून। डिप्लोमा फाम्रेसिस्ट एसोसिएशन जिला शाखा के अधिवेशन में नई कार्यकारिणी का गठन हुआ। इस दौरान जिलाध्यक्ष और जिला मंत्री के पद पर मतदान हुआ। जबकि कार्यकारिणी के अन्य पदों पर सभी प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हुए। रविवार को उत्तरांचल प्रेस क्लब में डिप्मोला फाम्रेसिस्ट एसोसिएशन जिला शाखा के नवें द्विवाषिर्क अधिवेशन का निदेशक चिकित्सा एवं परिवार कल्याण एसके गुप्ता व देहरादून मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. आशुतोष सयाना ने दीप जलाकर शुभारंभ किया। इस अवसर पर संगठन के प्रांतीय महामंत्री आर एस एरी ने संगठन का मांग पत्र सौंपते हुए कहा कि डिप्लोमा फाम्रेसिस्ट का पुर्नगठन ढांचा, सेवा नियमावली लंबे समय से लंबित चली आ रही है। इसके अलावा 2006 और 2009 में नियुक्त डिप्लोमा फाम्रेसिस्टों के वेतन विसंगतियां अभी तक दूर नहीं हुई है। इस पर निदेशक एसके गुप्ता ने कहा कि ढांचा पुर्नगठन और सेवा नियमावली का प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है। यह दोनों प्रकरण शासन स्तर पर लंबित है। उन्होंने कहा वेतन विसंगति प्रकरण का जल्द निस्तारण किया जाएगा। अधिवेशन के द्वितीय सत्र में मण्डल अध्यक्ष वीरेन्द्र पंवार, मंडल सचिव राकेश सिंह रावत, प्रांतीय अध्यक्ष प्रताप सिंह पंवार व प्रांतीय महामंत्री आरएस एरी की देखरखे में एसोसिएशन की जिला शाखा के दो पदों जिलाध्यक्ष और जिला सचिव पर चुनाव कराया गया। दोनों पदों पर 148 सदस्यों ने मतदान किया। जिसमें जिलाध्यक्ष पद पर सुधा कुकरेती को 76 और सीएल भट्ट को 72 व जिला सचिव पद पर सीएम राणा को 100 और अशोक पाण्डे को 48 मत पड़े। इसके अलावा विक्रम पंवार वरिष्ठ उपाध्यक्ष, बीपी बधानी उपाध्यक्ष, मुकेश नौटियाल कोषाध्यक्ष, सुमीला भाटिया संयुक्त मंत्री, सुशील कांती सम्प्रेक्षक व भगवान प्रसाद नौटियाल संगठन मंत्री पद पर निर्विरोध निर्वाचित हुए।