देहरादून। उत्तराखंड पुलिस मिशन हौसला के तहत पिछले एक महीने में प्रदेशभर में लगभग डेढ लाख लोगों की मदद की है। इनमें 95 हजार लोग ऐसे हैं जिनके घरों तक पुलिस ने राशन पहुंचाया और 2726 लोगों को गैस सिलेंडर पंहुचाए। एक हजार पीड़ितों को अस्पताल पहुंचाया। उत्तराखंड पुलिस के प्रवक्ता व पुलिस उपमहानिरीक्षक नीलेश आनन्द भरणो ने यह जानकारी मंगलवार को पुलिस मुख्यालय के सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता में दी। पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि कोरोना काल में पुलिस ने जो मिशन हौसला अभियान आरंभ किया था अब उसे समाप्त कर रही है। कोरोना के मामलों में कमी आने लगी है। उन्होंने कहा कि पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार केनिर्देशन में चल रहे मिशन हौसला अभियान के तहत कोरोना के खिलाफ लड़ाई में आमजन की मदद के लिए गत एक मई से प्रत्येक जनपद व बटालियन में कोविड कन्ट्रोल रूम स्थापित कर उनके नम्बर जारी किये गए। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि मिशन हौसला के तहत इस एक माह में पुलिस सहायता के लिए कुल 31815 फोन कॉल प्राप्त हुई। पुलिस 2726 लोगों को ऑक्सीजन सिलेंडर, 792 लोगों को अस्पताल में बेड, 217 लोगों को प्लाज्मा-ब्लड डोनेशन, 17609 लोगों को दवांए, 600 लोगों को एंबुलेंस की सुविधा दिलाने में मदद की है। साथ ही 94484 लोगों को राशन, दूध व कुक्ड फूड, 792 कोरोना संक्रमितों का दाह संस्कार और 5252 सीनियर सिटीजन से सम्पर्क कर उनकी सहायता की। कई सामाजिक संगठनों और व्यक्तियों द्वारा व्यक्तिगत स्तर पर मिशन हौसला में सहयोग किया गया। पुलिस के जवान हर मोच्रे पर तन्मयता से जुटे रहे। पुलिस कर्मियों ने जिस तरह जरूरतमंदों की सेवा की है वह खाकी में इंसान के मानवता भरे नेक और निस्वार्थ स्वरूप को दर्शाता है। उन्होंने बताया कि इस अभियान के दौरान पुलिस के 2382 पुलिसकर्मी एवं उनके 751 परिजन कोरोना से संक्रमित हुए। इसमें पांच जवानों एवं 64 परिजनों की मृत्यु हुई। इसके बावजूद पुलिस जवान डय़ूटी पर अडिग रहे।