पिथौरागढ़। अपने ही मां-बाप द्वारा दो नाबालिग लड़कियों को 40 हजार रुपये में बेच देने का सनसनीखेज और दिल दहलाने वाला मामला जिला मुख्यालय में सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में लड़कियों के मां-बाप सहित 6 लोगों को गिरफ्तार किया है जिसमें दो लोग राजस्थान और एक व्यक्ति बनबसा जिला चंपावत का रहने वाला है। शुक्रवार शाम को कोतवाली पिथौरागढ़ के प्रभारी निरीक्षक प्रभात कुमार ने इस मामले का खुलासा किया। राजस्थान में अलवर जिले का रहने वाला राहुल यादव पुत्र प्रकाश यादव राजस्थान के ही भरतपुर निवासी दलाल तुलसी चौधरी पुत्र होती सिंह के माध्यम से बच्चियों की खरीद-फरोख्त के लिए पिथौरागढ़ तक पहुंचा। इन्होंने जिला मुख्यालय में नगरपालिका क्षेत्र के अन्तर्गत एक गांव में रहने वाले बच्चियों के माता-पिता को 40 हजार रुपये दिये और दोनों नाबालिगों को लेकर रफूचक्कर हो रहे थे, लेकिन धर लिये गए। पुलिस की जांच-पड़ताल में सामने आया कि राजस्थान में भरतपुर जिले के कैलूरी थाना क्षेत्र के नदबाई के रहने वाले दलाल तुलसी चौधरी ने अपने भाई की शादी पिथौरागढ़ जिले के गंगोलीहाट में टिमटा क्षेत्र से की है।
तुलसी ने ही अलवर जिले के अहिरवस्ती, नगलीतुर्क वायडा काडूमूर, लक्ष्मणगढ़ केरथल निवासी राहुल यादव को लड़कियां उपलब्ध कराने के जाल में लिया। उसने राहुल को अलग-अलग लड़कियों की फोटो भी उपलब्ध कराईं। तुलसी ने पिथौरागढ़ के सल्ला चिंगरी क्षेत्र निवासी दलाल और वाहन चालक चंद्रप्रकाश उर्फ चंदू के माध्यम से बात आगे बढ़ाई। पिथौरागढ़ नगरपालिका क्षेत्र के गांव में रह रहीं दो नाबालिग बच्चियों को खरीदने के बारे में बात तय होने पर राहुल यादव दलाल तुलसी के साथ पिथौरागढ़ के लिए रवाना हुआ। पुलिस के अनुसार इन्होंने बनबसा क्षेत्र में अपनी गाड़ी खड़ी की और वहां से एक अन्य गाड़ी सनी सिंह पुत्र सतपाल सिंह निवासी मीना बाजार, बनबसा, जिला चंपावत की बुक कर पिथौरागढ़ पहुंचे। यहां उन्होंने दलाल चंदू के माध्यम से दोनों लड़कियों के मां-बाप को 40 हजार रुपये पकड़ाए और लड़कियों को अपने कब्जे में ले लिया। पुलिस के अनुसार लड़कियों की खरीद-फरोख्त का पूरा लेनदेन 90 हजार रुपये में किया गया। बरामद किशोरियों तथा आरोपियों को शुक्रवार शाम न्यायालय में पेश किया गया। जहां से लड़कियों को फिलहाल एक महिला संस्था की सुपर्दगी में दिया गया है।