ग्लेशियरों को काटकर तैयार किया जा रहा केदारनाथ यात्रा मार्ग
रुद्रप्रयाग। जहां एक ओर पूरा देश कोरोना जैसी महामारी के खिलाफ लड़ रहा है, वहीं केदारनाथ यात्रा की तैयारियां भी प्रभावित हो रही हैं। हालांकि केदारनाथ पैदल मार्ग में बड़े-बड़े ग्लेशियरों को काटकर रास्ता तैयार किया जा रहा है। 18 किमी लंबे पैदल यात्रा मार्ग के आठ किमी पर बर्फवारी से ज्यादा नुकसान हुआ है और चार किमी पैदल मार्ग पर ग्लेशियर और बर्फ को साफ किया गया है। अब चार किमी और शेष रह गया है। यदि मौसम साफ रहा तो आगामी 15 दिनों में पैदल मार्ग केदारनाथ धाम तक खुल जायेगा।
इस बार केदारनाथ के कपाट 29 अप्रैल को सुबह छह बजकर दस मिनट पर खोले जाएंगे। 26 अप्रैल को बाबा केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली अपने शीतकालीन गददीस्थल ओंकारेर मंदिर उखीमठ से केदारनाथ के लिये प्रस्थान करेगी। केदारनाथ यात्रा के दृष्टिगत एक मार्च से जिला प्रशासन ने पैदल मार्ग से बर्फ हटाने का कार्य शुरू किया था, लेकिन बार-बार बर्फबारी और बारिश होने के कारण बर्फ हटाने के कार्य में रूकावट आ गई। डेढ़ सौ से ज्यादा मजदूर बर्फ हटाने के कार्य में लगे हुये हैं। रामबाड़ा से लिनचौली तक चार किमी पैदल मार्ग से बर्फ को साफ किया गया है। केदारनाथ पैदल मार्ग पर बड़े-बड़े ग्लेशियर भी बने हैं। ग्लेशियर प्वाइंट पर ग्लेशियरों को काटकर रास्ता तैयार किया जा रहा है। जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि आगामी 29 अप्रैल से शुरू होने वाली केदारनाथ यात्रा को लेकर केदारनाथ पैदल मार्ग से बर्फ हटाने का काम जारी है। 150 मजदूरों द्वारा बर्फ हटाने का काम शुरू किया गया।