देहरादून। आज रात बारह बजे से हड़ताल पर जाने से पहले, पूर्व मांगों को मनवाने को लेकर ऊर्जा कर्मचारियों की सोमवार की रात शासन से वार्ता विफल हो गई है। सचिव द्वारा कोई भी लिखित आासन न मिलने के बाद ऊर्जाकर्मी सचिवालय से वापस लौट आए। जिसके बाद आज रात बारह बजे से ऊर्जाकर्मियों की हड़ताल भी तय हो गई है। उधर उत्तराखंड जनरल ओबीसी एम्पलाइज एसोसिएशन ने भी ऊ ऊर्जा कर्मियों को अपना समर्थन दिया है। वार्ता से पूर्व ऊर्जा कर्मचारियों ने जल विद्युत निगम भवन में सत्याग्रह कर दोपहर को रैली निकाली।
पुरानी लंबित मांगों को लेकर ऊर्जा कर्मी आंदोलन पर हैं। सोमवार की रात 12 बजे से हड़ताल पर जाने की चेतावनी ऊर्जाकर्मी पूर्व में ही शासन को दे चुके थे। इससे पहले भी कर्मचारियों ने इसका ऐलान किया था। लेकिन ऐन वक्त पर सरकार व प्रबंधन के हस्तक्षेप के बाद कर्मचारियों ने अपने आंदोलन को स्थगित कर दिया। इस बार फिर ऊर्जाकर्मी अपनी मांग मंगवाने के लिए हड़ताल कर शासन पर दबाव बनाने का प्रयास कर रहे हैं। सोमवार को सुबह जल विद्युत निगम के भवन में सत्याग्रह और दोपहर को रैली निकालने के बाद ऊर्जाकर्मी शासन से वार्ता करने सचिवालय पहुंचे। मोर्चा के संयोजक इंसारुल हक ने जानकारी देते हुए बताया कि ऊर्जा सचिव सौजन्या से उनकी बात हुई लेकिन ऊर्जा सचिव या मुख्य सचिव की ओर से कोई लिखित आासन उन्हें नहीं दिया गया। ऊर्जा कर्मचारियों को ऊर्जा सचिव सौजन्या द्वारा लिखित आान न मिलने पर वार्ता पूरी तरह से विफल हो गई। जिसके बाद ऊर्जा कर्मचारियों की सोमवार रात 12 बजे से हड़ताल भी निश्चित हो गई है।