उत्तराखण्ड को इस नये राजनैतिक खेल में कुछ हासिल होने वाला नहीं
RSS ने भेजा है केजरीवाल को उत्तराखण्ड में चुनाव लड़ने ?
केजरीवाल 2024 के लिए आरएसएस के लिए मोदी का विकल्प हो सकता है क्योंकि भाजपा में मोदी के बाद दूसरा नेता ऐसा नहीं है जो मोदी की जगह ले सके और मोदी चाहेंगे भी नहीं भाजपा में कोई उनकी जगह कोई ले और उनका इतिहास बहुत कम समय में दफन हो जाय।
आरएसएस हमेशा शक्ति संतुलन को बनाए रखने में विश्वास करता है वह कभी भी भाजपा का प्रभाव अपने ऊपर नहीं चाहेगा , उसे भाजपा सरकार के मार्फत अपने जो ऐजैन्डे देश में लागू कराने थे करा दिए। संघ को अपने बाकी बचे मूल ऐजैन्डे भविष्य मे जो लागू कराने है उसके लिए केजरीवाल को तैयार किया जा रहा है।
आरएसएस ने अपनी स्थापना से ही हमेशा कांग्रेस के बिरोधी को पाला और उसके बाद अपने हितों को साधने में सफल हुआ , केजरीवाल को भी उसने इसी नीति को सफल बनाने के लिए तैयार किया है।
संघ आपने उद्देश्य को हासिल करने के लिए जनसंघ को खत्म कर सकता है तो भाजपा को भी खत्म कर सकता है या आम आदमी पार्टी को भाजपा में केजरीवाल के नेतृत्व में मरज भी करा सकता है।
उत्तराखण्ड को क्या चाहिए वह उसे तय करना है , कांग्रेस को राज्य में आज अपनी मजबूत रणनीति तय करते हुए अपने पक्ष में जनविश्वास बनाने की आवश्यकता है , तभी वह त्रिकोणीय मुकाबले में सफलता की उम्मीद रख सकती है।
आर.पी.ध्यानी
स्वतंत्र पत्रकार व राजनैतिक विश्लेषक