G-KBRGW2NTQN देसंविवि अपने विद्यार्थियों के पाठ्यक्रमों को पूरा कराने को संकल्पित – Devbhoomi Samvad

देसंविवि अपने विद्यार्थियों के पाठ्यक्रमों को पूरा कराने को संकल्पित

 

  • -सोशल मीडिया के जरिये भेज रहे पाठ्यक्रमों की डिटेल्स

हरिद्वार। कोविड-19 के कारण हुए लाकडाउन में देश भर के शैक्षणिक संस्थान बंद है। ऐसे में भारत सरकार की गाइड लाइन के अनुसार देवसंस्कृति विश्वविद्यालय अपने विद्यार्थियों के पाठ्यक्रम की पूरा करने के लिए आनलाइन सेवा में जुट गया है। इसके अंतर्गत प्रोफेसर्स अपने कोर्स की डिटेल्स विद्यार्थियों को आनलाइन उपलब्ध करा रहे हैं। वहीं गायत्री विद्यापीठ शांतिकुंज के शिक्षकों की टीम भी अपने विद्यार्थियों तक पाठ्य सामग्री आनलाइन पहुंचाने में जुटी है।

विद्यार्थियों को दिये अपने संदेश में देसंविवि प्रतिकुलपति डाॅ चिन्मय पण्ड्या ने कहा कि जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती है, तब तक आप सब जहां हैं, वहीं रहें। देसंविवि आपके कोर्स को पूरा कराने के लिए संकल्पित है। विवि के प्राध्यापकगण आप सभी को कोर्स की डिटेल्स उपलब्ध करा रहे हैं। यदि आपको विषय से संबंधित कोई संशय हो, तो अपने शिक्षक से सम्पर्क कर लें, वे समाधान अवश्य करेंगे। साथ ही यथासंभव अपने-अपने विभागीय शिक्षकों से संपर्क बनाये रखें। प्रतिकुलपति ने विवि के सभी विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम पूरा करने के विविध उपायों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विवि के सभी विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक अपने-अपने विषयों को पूरा कराने के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से विद्यार्थियों से सतत संपर्क में है। सोशल मीडिया में सामग्रियां उपलब्ध कराने में इलेक्ट्राॅनिक मीडिया सेल की भूमिका की सराहना की।

संगीत विभागाध्यक्ष डाॅ शिवनारायण प्रसाद, कम्प्यूटर साइंस के डाॅ पार्थ, समग्र स्वास्थ्य प्रबंधन विभाग की डाॅ अलका मिश्रा, पर्यटन विभाग के डाॅ पंकज, डाॅ इप्सित सहित सभी विभागों के शिक्षक अपने विद्यार्थियों से सतत संपर्क बनाये हुए हैं। वहीं गायत्री विद्यापीठ शांतिकंुज भी अपने विद्यार्थियों तक ईमेल, व्हाट्सअप आदि सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पाठ्यक्रम उपलब्ध करा रहा है। अनेक विद्यार्थियों सहित उनके अभिभावकों ने प्राप्त हो रहे विषय वस्तु पर संतोष व्यक्त किया है। अभिभावकों का मानना है कि लाकडाउन के दौरान समय सही उपयोग बच्चों को पढ़ाने-लिखाने में हो रहा है। हमें अपने विद्यार्थी जीवन को पुनः जीने का अवसर मिल गया।

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