लखनऊ/देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लखनऊ दौरे के दूसरे दिन बीरबल साहनी मार्ग स्थित पंडित गोविंद बल्लभ पंत सांस्कृतिक आडिटरीयम में उत्तराखंड महापरिषद द्वारा आयोजित उत्तराखंड महोत्सव 2021 के समापन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि भाग लिया।
धामी ने कार्यक्रम में कहा कि आज का दिन उत्तराखंड के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अनुरोध किया था कि ऐसे बंटवारा कर दीजिए जैसे एक छोटे और बड़े भाई के बीच में होता है, न कि दो राज्यों के मध्य में और उन्होंने भी हमारी बात को सहृदय स्वीकार किया। उन्होंने मुख्यमंत्री आदित्यनाथ का आभार प्रकट करते हुए कहा कि जो मुद्दे दो दशक से ज्यादा समय से नहीं सुलझ पाई वे आज आपसी सहमति से सुलझ चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के निर्माण में राज्य आंदोलनकारियों की विशेष भूमिका रही है, उन्हीं आंदोलनकारियों के सपनों का उत्तराखंड बनाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। प्रदेश में महिला सशक्तीकरण, युवाओं और हर क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। केदारनाथ -बदरीनाथ में पुनर्निर्माण कार्य, ऑलवेदर रोड, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना, टनकपुर बागेर रेल परियोजना, कुमाऊं में एम्स के सेटेलाइट सेंटर समेत एक लाख करोड़ के योजनाओं पर काम चल रहा है।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने इस उत्तराखंड महोत्सव को और अधिक भव्य रूप से आयोजित करने के लिए 21 लाख देने की घोषणा की। इसके अलावा ही उत्तराखंड महोत्सव में समस्त कलाकारों को 2000 पुरस्कार, लखनऊ से रामनगर ट्रेन चलाने के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजने और भविष्य में उत्तराखंड से संबंधित समस्याओं के निस्तारण के लिए उत्तराखंड भवन गोमती नगर में प्रकोष्ठ के स्थापना करने की भी घोषणा की।