ऋषिकेश। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स)से भ्रष्टाचार के दस्तावेजों को खंगालने के बाद सोमवार को सीबीआई की टीम एम्स से वापस रवाना हो गई है। गौरतलब है कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की टीम जांच करने आयी थी। सीबीआई ने मेडिकल उपकरणों की खरीदारी और नसिर्ंग अफसरों की भर्ती प्रक्रिया में गडबडी को लेकर जांच की। टीम ने अस्पताल के कई वाडोर्ं में जाकर पड़ताल और हाउस कीपिंग स्टाफ से पूछताछ की।
निदेशक कार्यालय और प्रशासनिक कार्यालय के दस्तावेज भी खंगाले। बताया गया कि एम्स में पिछले कुछ सालों में राजस्थान प्रांत से बडी संख्या में नसिर्ंग आफिसरों की नियुक्ति की गई थी। इनके दस्तावेजों की वैधता को लेकर सवाल उठते रहे हैं। सीबीआई के जांच के दायरे में ये नियुक्तियां भी बताई जा रही हैं। सीबीआई टीम ने प्रशासनिक भवन में तैनात एक कर्मचारी से पूछताछ की। जांच में पता चला है कि उपकरण की आपूर्ति करने वाली कंपनी को बिना टेंडर आर्डर दिए गए। सीबीआई टीम ने कंपनी के अधिकारियों से संबंधित दस्तावेज तलब किए हैं। एम्स के जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल ने बताया कि पिछले चार दिन से टीम एम्स में रुकी हुई थी। सोमवार को टीम यहां से रवाना हो गई है। टीम ने जांच में क्या-क्या गडबड़ी पायी। इस बारे में सीबीआई ही बता पायेगी।