दिल्ली से दून तक ऐसी सड़क बनाएंगे कि जहाज बंद हो जाएंगे : गडकरी
3 years ago newsadminदेहरादून। केंद्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि एक साल के भीतर दिल्ली और देहरादून के बीच शानदार हाईवे बन कर तैयार हो जाएगा। इस हाईवे के बनने के बाद दिल्ली और देहरादून के बीच चलने वाली फ्लाइट बंद हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि इतनी अच्छी सड़क बनने के बाद ऐसा होना ही है। उन्होंने कहा कि वे जल्द ही सी प्लेन से ऋषिकेश आना चाहते हैं।
गडकरी ने कहा कि सड़क मार्ग से सिर्फ 2 घंटे में दोनों शहरों की दूरी नाप ली जाएगी। ये दावा उन्होंने के भाजपा चुनाव दृष्टि पत्र आज जारी करने के दौरान कही। उन्होंने कहा कि 5 साल के भीतर उत्तराखंड की सड़कें अमेरिका को टक्कर देगी। पुष्कर सिंह धामी के लिए उन्होंने कहा कि वह राज्य को सुखी-समृद्ध करने के साथ ही उसकी तकदीर और तस्वीर बदलने वाले हैं। गडकरी ने चुटकी लेने के अंदाज में धामी के साथ खटीमा में हुई बातचीत का जिक्र करते हुए कहा कि मुंबई-पुणो के बीच इतनी शानदार सड़कें बना दी है कि अब लोग 2 घंटे में पहुँच जाते हैं। बेहतर सड़क परिवहन के चलते इस रूट की सभी 13 विमान सेवाएं अब बंद हो गई हैं। यही स्थिति देहरादून और दिल्ली के बीच होनी तय है। लोग गंतव्य तक इतने कम वक्त में पहुंच जाएंगे। बीच में हरिद्वार के लिए भी एक कट दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जब लोग दो घंटे में सड़क मार्ग से पहुंच जाएंगे तो जहाज से क्यों यात्रा करेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी कोशिश उत्तराखंड में सी प्लेन के संचालन की है। ऋषिकेश में ये उतारा जा सकता है। इसकी लाइसेंस से जुड़ी औपचारिकताएँ पूरी करवा दी गई हैं। उन्होंने कहा कि अब कोई भी व्यक्ति 18 सीटर सी प्लेन 18 करोड़ में खरीद के इसका संचालन शुरू कर सकता है। जल्द ही आगरा और दिल्ली की यमुना नदी से उड़ के सी प्लेन सीधे टिहरी बांध-ऋषिकेश में उतार सकेंगे। राज्य में चार धाम परियोजना का भी जिक्र करते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि 12,500 करोड़ रूपये की इस परियोजना में सुप्रीम कोर्ट पर्यावरणीय नुकसान के नजरिए से सहमत नहीं था।
गडकरी ने कहा कि सड़क मार्ग से सिर्फ 2 घंटे में दोनों शहरों की दूरी नाप ली जाएगी। ये दावा उन्होंने के भाजपा चुनाव दृष्टि पत्र आज जारी करने के दौरान कही। उन्होंने कहा कि 5 साल के भीतर उत्तराखंड की सड़कें अमेरिका को टक्कर देगी। पुष्कर सिंह धामी के लिए उन्होंने कहा कि वह राज्य को सुखी-समृद्ध करने के साथ ही उसकी तकदीर और तस्वीर बदलने वाले हैं। गडकरी ने चुटकी लेने के अंदाज में धामी के साथ खटीमा में हुई बातचीत का जिक्र करते हुए कहा कि मुंबई-पुणो के बीच इतनी शानदार सड़कें बना दी है कि अब लोग 2 घंटे में पहुँच जाते हैं। बेहतर सड़क परिवहन के चलते इस रूट की सभी 13 विमान सेवाएं अब बंद हो गई हैं। यही स्थिति देहरादून और दिल्ली के बीच होनी तय है। लोग गंतव्य तक इतने कम वक्त में पहुंच जाएंगे। बीच में हरिद्वार के लिए भी एक कट दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जब लोग दो घंटे में सड़क मार्ग से पहुंच जाएंगे तो जहाज से क्यों यात्रा करेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी कोशिश उत्तराखंड में सी प्लेन के संचालन की है। ऋषिकेश में ये उतारा जा सकता है। इसकी लाइसेंस से जुड़ी औपचारिकताएँ पूरी करवा दी गई हैं। उन्होंने कहा कि अब कोई भी व्यक्ति 18 सीटर सी प्लेन 18 करोड़ में खरीद के इसका संचालन शुरू कर सकता है। जल्द ही आगरा और दिल्ली की यमुना नदी से उड़ के सी प्लेन सीधे टिहरी बांध-ऋषिकेश में उतार सकेंगे। राज्य में चार धाम परियोजना का भी जिक्र करते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि 12,500 करोड़ रूपये की इस परियोजना में सुप्रीम कोर्ट पर्यावरणीय नुकसान के नजरिए से सहमत नहीं था।
इसके लिए उन्होंने जनरल विपिन रावत और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल से बात कर उनसे कहा गया कि सीमा पर देश की सुरक्षा के नजरिए से इस परियोजना के हक में सरकार की बात रखी जाए। उत्तराखंड की सीमा दो देशों से सटी होने के कारण सुरक्षा के लिए भी ये परियोजना अहम थी। इसलिए मंजूरी के बावजूद परियोजना में एक भी पेड़ नहीं काटा जा रहा। सभी पेड़ शिफ्ट किए जाएंगे। इसके साथ ही पहाड़ों में केदारनाथ-हेमकुंड साहब और पिथौरागढ़ के खलिया टाप समेत 7 स्थानों पर रोप वे लगाए जा रहे हैं। नैनीताल और ऋषिकेश के नीलकंठ महादेव मंदिर के लिए भी रोप वे बनाया जा रहा है। रोप वे के कारण सभी स्थानों पर पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि केदारनाथ-हेमकुंड साहब में टेंडर हो चुके हैं। गडकरी ने कहा कि पैसे की कोई कमी नहीं है। उनके हर मंत्रालय में अब तक 50 लाख करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। जरूरत पैसे की नहीं सिर्फ दृष्टि की होती है। भाजपा ने अद्भुत ढंग से अपनी सोच को दृष्टि पत्र में पेश किया है। गडकरी ने औली को स्विट्जरलैंड और डावोस से भी खूबसूरत करार देने के साथ ही कहा कि इसको विकसित किया जाए तो पर्यटन और स्वरोजगार को बहुत प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने पर्वतमाला परियोजना का भी जिक्र किया।