लालकुआं । कांग्रेस चुनाव प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस सरकार सत्ता में आते ही फिर से इंदिरा आवास योजना शुरू करेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा ने पांच साल तक प्रदेश की गरीब जनता को रुलाया है। हम उनके आंसू पोछने का काम करेंगे। उन्होंने दावा किया कि इस बार कांग्रेस घोषण पत्र को धरातल पर उतारने के लिए जनता ने उत्तराखंड में प्रंचड बहुमत की सरकार बनाने का फैसला कर लिया है। कांग्रेस भारी बहुमत से सरकार बनाने जा रही है।
यह एलान पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने लालकुआं में चुनाव प्रचार के दौरान कई नुक्कड़ सभाओं में किया। उन्होंनेभाजपा पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि इस सरकार ने जहां बुजुगरे और महिलाओं के अधिकार छीनने का काम किया है, वही प्रदेश के शिक्षित बेरोजगार युवाओं के भविष्य को रौंदा है। गरीब लोग जो बमुश्किल दो वक्त की रोटी कमाते हैं और जिनके पास सर ढकने के लिए छत नहीं है। उनके लिए चलाई गई इंदिरा आवास योजना को बंद कर दिया। यह योजना फिर से शुरू होगी। इससे प्रदेश के लाखों गरीब परिवारों के घर बनाने के सपने चकनाचूर हो गए। उन्होंने कहा कि सरकार बनते ही इंदिरा आवास योजना शुरू की जाएगी। प्रदेश भर में विभिन्न स्थानों पर वन भूमि क्षेत्र में रहने वाले लोगों को मालिकाना हक दिलाना सबसे बड़ा इंतिहान होगा। इस पर काम करेंगे। इसके अलावा बिंदुखत्ता समेत सभी खत्तों में रहने वाले लोगों और नजूल भूमि वालों को मालिकाना हक दिलाएंगे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक नारा इस समय आम हो चला है कि ‘ जब से भाजपा आई है कमरतोड़ महंगाई लाई है‘। उन्होंने लोगों को याद दिलाया कि जब हिमाचल में भाजपा 4 सीटों पर हारी थी तो वहां पेट्रोल के दाम 10 रुपए कम कर दिए थे। यहां कांग्रेस को 50 सीटें जिता दोगे तो केंद्र सरकार को डर के मारे पेट्रोल डीजल के दाम 20 रुपए तक घटाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा और बाकी सभी चीजों में भी महंगाई कम होगी। रावत ने कहा कि हम उत्तराखंड को महिला सशक्तिकरण का राज्य बनाएंगे। प्रदेश भर में महिला स्वयं सहायता समूहों संख्या बढ़ाई जाएगी और सभी समूहों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जाएगा। हमने महिला स्वयं सहायता समूह के लिए 28 प्रकार के काम ढूंढे हैं। इनमें दलिया बनाना, डब्बा बंद दूध आज काम सम्मिलित हैं। आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं के मानदेय में डेढ़ गुना बढ़ोत्तरी की जाएगी। इस मौके पर तमाम लोग मौजूद थे।