भर्ती घपले में शामिल हाकम सिंह भाजपा से निष्कासित
प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के निर्देश पर छह वर्ष के लिए निष्कासित
देहरादून। लंबी किरकिरी के बाद अब भारतीय जनता पार्टी ने आखिरकार उत्तर काशी के जिला पंचायत सदस्य और अधीनस्थ चयन सेवा आयोग पेपर लीक मामले मे आरोपी हाकम सिंह को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। हाकम सिंह की भाजपा के बड़े नेताओं की फोटो सोशल मीडिया में वायरल होने से विपक्षियों को भाजपा पर हमले का मौका मिल रहा था। पार्टी के प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के निर्देश पर उन्हें वर्ष के लिए निष्कासित किया गया है। उधर, सूत्रों के मुताबिक इस मामले में कुछ और बड़े नेताओं की भी गिरफ्तारी हो सकती है। हाकम सिंह रावत की भाजपा के एक पूर्व मुख्यमंत्री सहित सत्ता के गलियारे में कई नेताओं और नौकरशाहों से गहरी निकटता है। चार व पांच दिसंबर 2021 को हुए स्नातक स्तर के पेपर से पहले हाकम सिंह रावत का परिचित व लेनदेन का हिसाब किताब रखने वाले शिक्षक तनु शर्मा ने 20 से 22 छात्रों को रायपुर स्थित अपने कमरे में पेपर देकर पेपर हल करवाया था।
वहीं 25 से 30 छात्रों को वह धामपुर ले गया था, जहां उसने परीक्षा की तैयारी करवाई थी। इसके बाद सभी छात्रों को उनके परीक्षा सेंटर पर छोड़ा था। आरोपितों ने प्रति अभ्यर्थी के साथ 12 से 15 लाख रुपए का सौदा किया था। इसमें कुछ एडवांस के तौर पर तो कुछ परीक्षा में पास होने के बाद देने का वादा किया गया था। पेपर को लेकर जब शिकायत होने लगी तो कुछ अभ्यर्थी ऐसे थे कि जिन्होंने रुपए देने से मना कर दिया। इससे पूर्व हुई भर्ती में भी हाकम सिंह रावत का नाम सामने आ रहा है। ऐसे में रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ की जाएगी। गिरोह में उत्तर प्रदेश से भी कुछ लोगों के जुड़ने के संकेत मिले हैं। धीरे-धीरे कड़ियां जोड़कर उन्हें भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हाकम ने अपने करीबियों को भी नहीं छोड़ा। उसने अपनी एक करीबी परिचित महिला से भी चार लाख रुपये लिए और सनातक स्तर की परीक्षा में नकल करवाई, जिसमे महिला अच्छी रैंक से पास हुई। अब एसटीएफ की राडार पर यह महिला भी आ गई है। किसी भी समय महिला की गिरफ्तारी हो सकती है।
हाकम सिंह शुरुआत से थे एसटीएफ की रडार पर उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा के पेपर लीक के मामले में भाजपा नेता एवं उत्तरकाशी जखोल के जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह रावत शुरुआत से ही एसटीएफ की रडार पर थे। बता दें कि हाकम सिंह रावत बैंकाक से 9 अगस्त को भारत पहुंच चुका था। एसटीएफ ने शनिवार को हिमाचल प्रदेश के बार्डर आराकोट से हाकम सिंह को हिरासत में लिया। सूत्रों के अनुसार एसटीएफ ने पिछले दो दिनों से मोरी क्षेत्र में डेरा डाला हुआ था। बीते शुक्रवार से हाकम सिंह रावत के मोरी सांकरी क्षेत्र में देखे जाने की चर्चा थी।
बता दें कि कुछ माह पहले हाकम सिंह रावत के होम स्टे में एक वरिष्ठ नौकरशाह भी पहुंचे थे। हाकम सिंह रावत का गांव मोरी ब्लाक का लिवाड़ी गांव है। यह गांव जनपद के सबसे सुदूरवर्ती गांवों में से एक है। हाकम की गिरफ्तारी के बाद शनिवार को उत्तरकाशी भाजपा के जिलाध्यक्ष रमेश चौहान ने जिला संगठन की ओर से हाकम सिंह भाजपा की सदस्यता से निष्कासित करने की सिफारिश प्रदेश नेतृत्व को कर दी थी।