देहरादून। आज राष्ट्रीय अनुसूचित जाति-जनजाति विकास परिषद उत्तराखंड प्रदेश प्रभारी गीताराम जायसवाल ने कहा कि देश के किसी राज्य में अनुसूचित जाति के लोग सुरक्षित नहीं है जैसे कि माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि सबका साथ सबका विकास और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान चलाया था। हम अपने संगठन राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जनजाति विकास परिषद के माध्यम से पूछना चाहता हूं कि आखिर कहां गये आपके किये गये वादे। पूरे देश में दलितों पर अत्याचार किया जा रहा है कही स्कूल में बच्चों को पानी नहीं पीने दिया जा रहा है तो शिक्षक अपने छात्र-छात्राओं के मुंह में डंडा घुसेड़ कर बच्चों का मुंह बन्द कर रहे हैं। कहीं दलित समाज की बेटियों के साथ घिनौना अपराध किया जा रहा है। क्या इस देश में अनुसूचित जाति के लोगों का रहना मना हैं। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने सब को समानता का अधिकार देकर बराबर जीने का अधिकार दिया था।
आज उत्तराखंड के जिला देहरादून में भी एक नया मामला सामने आया है जिसमे एक दलित समाज की बेटी के दुष्कर्म कर हत्या कर दी गई है। हम उत्तराखंड सरकार से मांग करते हैं कि उन सभी हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा देने का ऐलान करें। अन्यथा दलित समाज लामबन्द होकर सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होगा और अपनी आवाज को पूरे भारत के दलितों को बताएगा और पूरे भारत में आंदोलन का आह्वान करेगा। जल्द राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जनजाति विकास परिषद उत्तराखंड के सभी जिला अधिकारी कार्यालय पर धरना प्र्दशन किया जाएगा। अपने हक अधिकारों की मांगों को लेकर अनिनिश्चकालीन धरना प्रदर्शन किया जाएगा।