गैरसैण। सेना के जवान का शव गैरसैंण पहुंचने पर बबाल खड़ा हो गया। इस दौरान लोगों ने विरोध प्रदर्शन कर गुस्से का इजहार किया। बताते चलें कि बुधवार को 6 मैकनाइज पटियाला में तैनात सैनिक संजय कुमार का शव गैरसैंण पहुंचने पर ग्रामीणों व नगरवासियों ने जमकर विरोध प्रदर्शन व धरना देकर जाम लगा दिया। इस दौरान शव के साथ आए सुबेदार रतन सिंह द्वारा विरोध कर रहे ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया गया किंतु प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने पटियाला से जवान के शव को लेकर पहुंचे एंबुलेंस को आगे नहीं बढ़ने दिया। इस बीच पुलिस व आर्मी सुबेदार से ग्रामीणों की जमकर नोंक-झोंक हुई। एंबुलेंस द्वारा शव पहुंचाने को लेकर नाराज ग्रामीणों ने मृत सैनिक को सम्मान नहीं देने का आरोप लगाया।
भारी पुलिस फोर्स की तैनाती के बीच थानाध्यक्ष गैरसैण मनोज नैनवाल द्वारा धरने पर बैठे ग्रामीणों को मनाने की कोशिश की गई लेकिन ग्रामीण टस से मस नहीं हुए। जवान संजय कुमार के भाई राजेंद्र कुमार भी मौके पर पहुंचे किंतु वार्ता विफल हुई। इस बीच मृत जवान संजय कुमार के दादा धोनू राम को गैरसैंण बुलाया गया। इसके बाद आर्मी सुबेदार रतन सिंह के साथ वार्ता होने पर ग्रामीणों व स्थानीय लोगों ने 2 घंटे बाद जाम खोला। फिलहाल जवान के मौत का कारण पता नही चल सका है। बताया गया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर मौत ही स्थिति स्पष्ट होगी। शव के गांव पहुंचने पर परिजन शव से लिपट कर मौत का कारण पूछते रहे।
मृत सैनिक के अंतिम दर्शन कर पार्थिव शरीर को पैतृक घाट तिथ्याणा गैर में हिन्दू रीति रिवाज के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान ग्रामीणों समेत सैकड़ों की संख्या में स्थानीय लोग भी मौजूद रहे। बीते 3 अक्टूबर को मृत कनख्वाली सरकोट निवासी दिवंगत जवान संजय कुमार महज 23 वर्ष की उम्र में परिवार में पिता सुरेश राम, माता पुष्पा देवी, दादा-दादी, एक भाई और बहन, चाचा चाची समेत भरा पूरा परिवार को रोता बिलखता छोड़ गए हैं।