संपर्क मार्ग खस्ताहाल,हज़ारो लोगों के सामने आवागमन का संकट
पिथौरागढ़। ज़िले के बेरीनाग तहसील से मात्र 5 -6 किमी की दूरी पर राई- आगर मुख्य चौराहा को जोड़ते हुए संपर्क मार्ग बदहाल अवस्था मे हैं। अल्मोड़ा को जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ा ये संपर्क मार्ग दो दर्ज़न से अधिक गांवो, न्याय पंचायतों , तोको, सेरों के लोगों को रोज बाजार से जोड़ता हैं। गौरतलब है इन गांवो की हज़ारों की आबादी रोज़ के कामों यथा रोजगार, कृषि कार्य,मवेशियों को गोचर के लाने- पहुचाने, काष्ठ शिल्पियों लकड़ी के काम से जुड़े लोगों, स्कूली बच्चों,मरीज़ों, बूढ़े व्यक्तियों महिलाओं,घस्यारियो,पूजा-पाठ व यजमानों से जुड़े लोगो के साथ -साथ विभिन्न कामों से जोड़े लोगों को आये दिन इस खस्ताहाल रास्ते से गुजरकर संकट का सामना करना पड़ रहा हैं।
गांव वालों ने पहले भी रास्ते को ठीक करने के लिए परगनाधिकारी, विकास खंड कार्यालय व जनप्रतिनिधियों को पूर्व में लिखित सूचना दी हैं। लेकिन मजाल किसी अधिकारी, जनप्रतिनिधियों के कान मे जू रैगी हो। समस्या जस की तस बनी है बल्कि इस बरसात के बाद बढ़ गयी है। विकास के नाम पर रोटी सेकने वालों को सिर्फ चुनावी वादे के समय याद आती हैं जनता। जनता भले ही किस हाल में जी रही है कोई देखने वाला नही है। कभी भी इस संपर्क मार्ग में जान पर आफत आ सकती हैं। कई बार गांव के लोगो ने सहकारिता से भी इसको चलने – फिरने के लायक बनाया।
अत्यंत बदहाल स्थिति में इस संपर्क मार्ग में पूर्व में दुर्घटना हो चुकी हैं। खेती, बादोली,तिलपट्टा, भंडारी गांव, गोल्ज्यू मंदिर, व्याति,गुरैना, गुरूसुटी, धारी, पभ्या,
कालसिनधार,काहकोट, मंतोली, झौचौना इत्यादि गांवो के लोगो को जोड़ने वाले संपर्क मार्ग की खस्ताहाल दशा जाने कब ठीक होंगी ?। सामाजिक सरोकारों व अध्यापन से जुड़े प्रेम प्रकाश उपाध्याय ने कई बार ये मांग सक्षम विभाग,जनप्रतिनिधियों तक उठा चुके है। गॉंव वालों ने विकास के प्रति उपेक्षापूर्ण रवैये के प्रति नाराज़गी जाहिर की हैं।