माणा अब अंतिम नहीं देश का पहला गांव
बदरीनाथ। सीमांत गांव माणा को भारत के अंतिम गांव कहे जाने के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की टिप्पणी का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के अंतिम गांव के बजाय अब इसे देश का पहला गांव कहा जाना चाहिए। कहा कि अब तो सीमाओं पर बस हर गांव मेरे लिए भी देश का पहला गांव ही होगा। पहले जिन इलाकों को देश की सीमाओं का अंत मानकर नजरंदाज किया जाता था अब सीमांत गांवों को देश की समृद्धि का आधार मान कर विकास शुरू किया जाएगा। कहा कि देशवासियों को माणा गांव आकर डिजिटल टेक्नोलॉजी का उपयोग करना चाहिए।
माणा की धरती से मिला आशीर्वाद
बदरीनाथ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने माणा गांव से जुड़ी अपनी 22 साल की स्मृति का उल्लेख करते हुए कहा कि जब वह उत्तराखंड में भाजपा के सामान्य कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे थे तो उन्होंने माणा अथवा उत्तराखंड भाजपा कार्य समिति की बैठक बुलाई थी तब भाजपा के मेरे कार्यकर्ता नाराज भी हुए थे कि इतनी दूर बैठक के लिए जाना पड़ेगा। तब उन्होंने कहा था कि जिस दिन हमारे दिल में माणा गांव का महत्व पक्का हो जाएगा उस दिन उत्तराखंड की जनता के दिल में हमारा महत्व बन जाएगा। इसी के फलस्वरू प माणा गांव की मिट्टी की ताकत और आशीर्वाद हमे मिला है। यह सब आप सभी का आशीर्वाद है। माणा की धरती के आशीर्वाद से हमें दोबारा सेवा करने का मौका मिला है।