पीपी मोड में अस्पताल बने मस्त और आम ग्रामीण सुविधाओं को लेकर त्रस्त
रिपोर्ट – सत्यप्रकाश डौंडियाल
घनसाली/टिहरी गढ़वाल। विकासखंड भिलंगना का पीपी मोड पर संचालित हो रहा बेलेश्वर सीएससी अस्पताल लंबे समय से बड़े विवादों के घेरे में है रहा है आपको बता दें पिछले कई सालों से जनता की कड़ी मशक्कत के बाद अस्पताल में अल्ट्रासाउंड मशीन की व्यवस्था हो पाई है किंतु पिछले 4 महीने से अल्ट्रासाउंड मशीन का ऑपरेटर ना होने से मशीन बंद पड़ी हुई है जिस कारण भिलंगना विकास खंड की गर्भवती महिलाओं को अपने स्वास्थ्य जांच व अल्ट्रासाउंड के लिए बौराड़ी जिला चिकित्सालय में जाना पड़ रहा है जिससे महिलाओं को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
आपको बता दें कि पिछले कई महीने से स्त्री एंव प्रसूति रोग विशेषज्ञ हॉस्पिटल में उपलब्ध नहीं है जबकि हॉस्पिटल अनुबन्द के अनुसार सीएससी बेलेश्वर में गायानोलोजिस्ट का रहना अनिवार्य है ।कई बार इस संबंध में क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने हॉस्पिटल प्रशासन को अपनी मांगों के चलते और डॉक्टर की तत्काल व्यवस्था के लिए मांग की है लेकिन हिमालयन अस्पताल की लाचार व्यवस्था और अस्पताल प्रबंधन की बड़ी पकड़ के चलते आम जनमानस की मांग को अनदेखा किया जा रहा है पैसे के अभाव और आर्थिक तंगी के बावजूद आम ग्रामीणों को कई किलोमीटर के सफर के बाद अल्ट्रासाउंड के लिए बौराड़ी जिला चिकित्सालय जाना पड़ रहा है वहीं अगर बात करें तो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेलेश्वर में कमान संभाले अधिकारी कुछ कहने को तैयार नहीं होते समय की व्यवस्था को लेकर हमेशा अपना पलड़ा झाड़ देते हैं साथ ही अस्पताल में कार्यरत स्टाफ का बातचीत का रवैया बेहद भरामक ओर चौंकाने वाला है जो आम ग्रामीणों को बार-बार लाचार कर देता है।