श्रीनगर मेडिकल कालेज के विभिन्न विषयों को लेकर हुई समीक्षा बैठक
देहरादून। श्रीनगर मेडिकल कलेज में लम्बे समय से तैनात संविदा कार्मिकों को न्यूनतम वेतनमान दिया जाएगा। इसके लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दे दिये गये हैं। स्वास्थ्य विभाग की तर्ज पर प्रदेशभर के मेडिकल कलेजों में भी नसिर्ंग स्टाफ की वषर्वार तैनाती को लेकर चर्चा की गई। कोविड काल के दौरान विभिन्न माध्यमों से प्राप्त चिकित्सा सामग्री एवं उपकरणों को जिला स्तर पर सूचीबद्ध किया जाएगा ताकि उनका सही उपयोग किया जा सके।
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने सोमवार को सचिवालय स्थित एफआरडीसी सभागार में श्रीनगर मेडिकल कलेज की समीक्षा बैठक ली, जिसमें उन्होंने लम्बे समय से कालेज में अपनी सेवाएं दे रहे संविदा कार्मिकों को न्यूनतम वेतनमान दिये जाने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये। रावत ने कहा कि उच्च न्यायालय द्वारा मेडिकल कलेज में तैनात कुछ संविदा कर्मियों की याचिका पर सुनवाई करते हुए कार्मिकों के पक्ष में जो निर्णय दिया गया है, उसे राज्य कैबिनेट के समक्ष रखा जायेगा। इस पर कैबिनेट का जो भी निर्णय होगा उससे विभाग लागू करेगा। बैठक में स्वास्थ्य विभाग की तर्ज पर मेडिकल कलेजों में भी नसिर्ंग भर्ती को वषर्वार किये जाने पर चर्चा की गई।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोविड काल के दौरान विभिन्न स्त्रोतों से स्वास्थ्य विभाग को जो भी चिकित्सा उपकरण एवं सामग्री प्राप्त हुई है, उसे जिला स्तर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित स्वास्थ्य समिति के माध्यम से सूचीबद्ध करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये ताकि निकट भविष्य में प्राप्त चिकित्सा उपकरणों एवं सामग्री का सदपयोग किया जा सके। बैठक में सचिव कार्मिक शैलेश बगोली, सचिव वित्त दिलीप जावलकर, सचिव स्वास्थ्य आर. राजेश कुमार, सचिव न्याय, निदेशक चिकित्सा शिक्षा डा. आशुतोष सयाना, संयुक्त निदेशक डा. एमके पंत, प्राचार्य श्रीनगर मेडिकल कालेज डा. सीएमएस रावत सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।