महिलाओं की शक्ति बन रही योगी सरकार
राजनीति में आधी आबादी का पूरा सपना कर रही सच, छह महिला महापौर चुनी गईं
सर्वाधिक वोट लखनऊ की सुषमा को मिला तो सबसे बड़ी जीत गाजियाबाद की सुनीता के नाम
44 नगर पालिका अध्यक्ष व 90 नगर पंचायतों की कमान महिलाओं के हाथ
मुख्यमंत्री के शहर में भी अल्पसंख्यक महिला बनीं पार्षद
लखनऊ। योगी सरकार का मिशन शक्ति अभियान न सिर्फ समाज, बल्कि राजनीति में भी आधी आबादी का पूरा सपना सच कर रहा है। विधानसभा चुनाव हो या निकाय चुनाव, हर चुनावों में महिलाओं को पूरी शक्ति देकर योगी सरकार ने नेतृत्व करने का गौरव प्रदान किया। यूपी के निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने महापौर पद पर छह प्रत्याशियों को मैदान में उतारा था। इन सभी ने जीत हासिल कर पहला नागरिक बनने का गौरव हासिल किया। परीक्षा परिणामों की तरह ही महापौर चुनाव में भी सबसे अधिक वोट पानी वालीं और सबसे अधिक वोटों से जीतने वाली भी महिला ही रहीं। वहीं नगर पालिका के 44 व 90 नगर पंचायतों की कमान भी महिलाओं के हाथ रही। मुख्यमंत्री के शहर गोरखपुर में भारतीय जनता पार्टी से उम्मीदवार बनाई गईं अल्पसंख्यक वर्ग की हकीकुन निशा ने बाबा गंभीर नाथ वॉर्ड से 2227 वोट पाकर विजय पताका फहरा दी।
सुषमा को सर्वाधिक वोट तो सुनीता को सबसे बड़ी जीत
भारतीय जनता पार्टी ने इस चुनाव में महापौर की 17 में से छह सीटों पर महिलाओं को चुनाव मैदान में उतारा। इन सभी छह सीटों पर भाजपा को जीत मिली। इन सभी सीटों पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रचार किया था। राजधानी लखनऊ से सुषमा खर्कवाल, आगरा से हेमलता दिवाकर, फिरोजाबाद से कामिनी राठौर, कानपुर से प्रमिला पांडेय, गाजियाबाद से सुनीता दयाल व शाहजहांपुर से अर्चना वर्मा को पहला नागरिक बनने का गौरव हासिल हुआ। गाजियाबाद की सुनीता दयाल सबसे अधिक वोटों से महापौर बनीं। सुनीता ने 2.87 लाख से अधिक वोटों से बसपा प्रत्याशी को शिकस्त दी। लखनऊ की सुषमा खर्कवाल को पांच लाख से अधिक वोट मिले। आगरा से अब तक की सबसे बड़ी जीत भी महिला महापौर हेमलता दिवाकर के नाम रही। उन्होंने बसपा को 1.08 लाख से अधिक वोटों से हराया। कानपुर की प्रमिला पांडेय ने 1.77 लाख से अधिक वोटों से जीत हासिल की। शाहजहांपुर की अर्चना वर्मा ने 30 हजार व फिरोजाबाद की कामिनी राठौर भी 26 हजार से अधिक वोटों से जीत का स्वाद चखा।
भाजपा की 44 महिलाओं के हाथ नगर पालिका की कमान
नगर पालिका परिषद की 199 सीटों में से 198 का परिणाम आ गया। इसमें से 88 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने जीत हासिल की। 88 में से 44 सीटों की कमान महिला अध्यक्षों के हाथ में आई। सीएम योगी की अपील रंग लाई। अमेठी, अमरोहा, उन्नाव, कन्नौज, कुशीनगर, कानपुर देहात, कासगंज, कौशांबी, गाजीपुर, गोंडा, नोएडा, जालौन, जौनपुर, झांसी, देवरिया, फतेहपुर, बलरामपुर, बहराइच, बागपत, मुजफ्फरनगर, मैनपुरी, रामपुर, ललितपुर, बिजनौर, सोनभद्र व हाथरस की एक-एक, एटा, पीलीभीत, फिरोजाबाद, बरेली, सीतापुर, बांदा की दो-दो, बदायूं, बुलंदशहर की तीन-तीन नगर पालिका परिषद अध्यक्ष की सीटों पर भाजपा की तरफ से महिलाओं ने जीत हासिल की।
भाजपा की 90 महिलाएं बनीं नगर पंचायत अध्यक्ष
इसी तरह भारतीय जनता पार्टी ने नगर पंचायत अध्यक्षों के चुनाव में भी महिलाओं पर दांव लगाया। नगर पंचायत की 544 में से 543 सीटों पर चुनाव परिणाम आए। इनमें से 191 सीटों पर कमल खिला तो 90 पर महिलाएं जीतने में कामयाब रहीं। अमेठी, अमरोहा, अयोध्या, आजमगढ़, औरैया, कन्नौज, कानपुर नगर, कौशांबी, पीलीभीत, बरेली, लखीमपुरी खीरी, संतकबीर नगर, वाराणसी, सिद्धार्थनगर, सोनभद्र, गाजीपुर, नोएडा, चंदौली, बांदा, बाराबंकी, भदोही, फर्रुखाबाद, मेरठ, हरदोई, हाथरस, महराजगंज जिले में एक-एक, मुरादाबाद, हमीरपुर, कानपुर देहात, कासगंज, जौनपुर, शाहजहांपुर, गोंडा, संभल, सहारनपुर में दो-दो, आगरा, गोरखपुर, जालौन, अलीगढ़, देवरिया, फतेहपुर, बलिया, बस्ती, मैनपुरी, रायबरेली, फिरोजाबाद में तीन-तीन कुशीनगर-प्रतापगढ़ में चार, बदायूं में पांच सीटों पर भाजपा की ओर से महिलाओं ने जीत हासिल की।
बदायूं में सर्वाधिक 5 तो फिरोजाबाद की कुल तीनों सीटों पर भाजपा की अध्यक्ष बनीं
नगर पंचायत अध्यक्ष में सर्वाधिक 5 सीटें भारतीय जनता पार्टी ने बदायूं में जीतीं। बदायूं की गुलडिया, रुदायन, कुंवरगांव, मुडिया व दहगवां सीट पर भाजपा की महिला प्रत्याशी ने जीत हासिल की तो कुशीनगर व प्रतापगढ़ में चार-चार सीटें महिला प्रत्याशियों की झोली में आईं। वहीं फिरोजाबाद में नगर पंचायत की कुल 3 सीटें हैं। तीनों सीट (फरिहा, एका व मक्खनपुर) पर क्रमशः भाजपा की रेखा, माया देवी व गीता देवी ने जीत हासिल की।