जंतर-मंतर पर राज्य आंदोलनकारियो की एक अति महत्वपूर्ण बैठक आयोजित
नई दिल्ली। जंतर-मंतर पर राज्य आंदोलनकारियो की एक अति महत्वपूर्ण बैठक चिन्हिंकरण को लेकर प्रस्ताव पारित किया गया। 3 जनवरी 2017 का जिओ के आधार पर जिन लोगों का वेरिफिकेशन करने के लिए शासन ने वेरिफिकेशन ऑर्डर जारी किया गया है उन सभी राज्य आंदोलनकारी का चिन्हीकरण किया जाए और उन्हें राज्य आंदोलनकारी का दर्जा दिया जाय। जिसमें उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवता,सदस्य एआईसीसी द्वारा कहा गया कि वहां के काले कारनामों का वह खुलासा करेंगी, सभी ने कड़े शब्दो में उनके इस बयान की निंदा की है इसे शर्मनाक करार दिया है।
उन्होंने एक स्वर में कहा की इस संबंध में कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष खरगे जी से मुलाकात कर उस उत्तराखंड विरोधी मानसिकता के पदाधिकारी को सभी पदों से बर्खास्त कर सार्वजनिक रूप से माफी मांगने के लिए भी कहा जायेगा। इसके साथ ही खुशहाल सिंह बिष्ट, देव सिंह रावत, अनिल पत मनमोहन सिंह ने 6 साल तक यहां टेंट में रहने वाले प्रमुख चिन्हित राज्य आंदोलनकारी साथी राजेंद्र शाह के बारे आंदोलन स्थल से जोड़कर दिए बयान की भी कड़ी आलोचना कर माफी मांगने को कहा, सभी आंदोलनकारियो ने एक स्वर में कहा की इस तरह के घटिया बयानों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस बैठक में वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी शिव सिंह रावत ने कहा राजेंद्र शाह पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ अपना घर बार छोड़कर कड़ी सर्दी, भीषण गर्मी और भारी बरसात में भी सभी साथियों के साथ राज्य बनने तक 6 साल आंदोलन स्थल पर डटे रहे। इस मौके पर बैठक सभी संगठनों के पदाधिकारियों ने चेतावनी दी की अगर समय रहते हुए इस प्रकरण पर कार्रवाई नहीं हुई तो सभी आंदोलनकारी आंदोलन के लिए संघर्ष करेंगे। जिसकी जिम्मेदारी पार्टी की होगी है ।
राज्य आंदोलनकारी देव सिंह रावत, मनमोहन सिंह, कुशाल सिंह बिष्ट, अनिल पंत, दाताराम चमोली, देकर सिंह, रामेश्वर गोस्वामी, पंचम सिंह रावत, पदम सिंह बिष्ट, राजेंद्र सिंह चौहान, लीलाधर मिश्रा, जगदीश कुकरेती, शिव सिंह रावत, रणवीर सिंह पुंडीर, देवेंद्र पंत, जगदीश सिंह रावत, किशोर रावत राम सिंह सभी राज्य आंदोलनकारी बैठक में मौजूद थे।