G-KBRGW2NTQN
सेना के आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कठुआ में हुए आतंकवादी हमले में सर्वोच्च बलिदान देने वाले 22वीं गढ़वाल राइफल्स के पांचों जवान उत्तराखंड के हैं। इनमें नायब सुबेदार आनंद सिंह रावत मूलरूप से रुद्रप्रयाग जिले के कांडाखाल गांव के निवासी थे। उनका परिवार वर्तमान में देहरादून के गुजरोंवाली के कृष्णा विहार-शिवलोक कालोनी में रहता है। जबकि बड़े भाई व मां गांव में ही रहते हैं। वह छह महीने पहले ही छुट्टी काटकर वापस अपनी यूनिट में गए थे।
इसके अलावा हवलदार कमल सिंह पौड़ी जिले के लैंसडाउन क्षेत्र के नोदानू गांव के निवासी थे। जबकि नायक विनोद सिंह भंडारी मूलरूप से टिहरी गढ़वाल के जाखणीधार क्षेत्र के अंतर्गत चौंड जसपुर गांव के निवासी थे। वर्तमान में उनका परिवार भानियावाला (अठ्ठूरवाला) में निवास करता है। वह तीन बहनों के इकलौते भाई थे। डेढ़ महीने पहले ही वह छुट्टी काटकर वापस यूनिट में लौटे थे। वह अपने पीछे पिता वीर सिंह भंडारी, मां नीमा देवी, पत्नी शशि भंडारी के साथ एक बेटा व एक बेटी को छोड़ गए हैं।
इसके अलावा आतंकी हमले में शहीद होने वाले 26 वर्षीय राइफलमैन आदर्श नेगी भी टिहरी गढ़वाल के थाती डागर गांव के निवासी थे। वह वर्ष 2018 में भर्ती हुए थे। उनके पिता दलबीर सिंह नेगी गांव में ही खेतीबाड़ी करते हैं। तीन भाई-बहनों में आदर्श सबसे छोटे थे। पौड़ी गढ़वाल के रिखणीखाल क्षेत्र के डोबरिया गांव निवासी राइफलमैन अनुज नेगी भी इस आतंकी हमले में शहीद हुए हैं। जवानों की शहादत की खबर मिलते ही उनके परिवार में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजनों को ढांढस बंधाने के लिए उनके नाते-रिश्तेदार पहुंच रहे हैं।