पहाड़ की शैलपुत्री पंचतत्व में हुई विलीन,राजकीय सम्मान के साथ त्रिवेणी घाट में हुआ अंतिम संस्कार
अगस्त्यमुनि से निकली शव यात्रा में उमड़ा सैलाब, विभिन्न संगठनों के लोगों ने यात्रा में लिया भाग
राज्य सभा सांसद महेन्द्र भट्ट के साथ युवा कैबिनेट मंत्री रहे मौजूद
अगस्त्यमुनि/ऊखीमठ। केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत का अंतिम संस्कार मन्दाकिनी व मधु गंगा के संगम स्थल त्रिवेणी घाट में राजकीय सम्मान के साथ गमगीन माहौल में किया गया। भाजपा कार्यकर्ताओं, विभिन्न जनप्रतिनिधियों, विभिन्न सामाजिक संगठनों, व्यापारियों व हजारों लोगों ने उन्हें नम आंखों से अन्तिम विदाई दी। अगस्त्यमुनि से त्रिवेणी संगम तक निकली शव यात्रा में हजारों लोगों ने शामिल होकर अन्तिम दर्शन किए।
बुधवार देर सांय केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत के पार्थिव शरीर को अगस्त्यमुनि स्थित उनके आवास पर लाया गया, जहां गमगीन माहौल में देर रात्रि तक उनके समर्थक, शुभचिन्तक, पार्टी कार्यकर्ता तथा स्थानीय निवासी उनके अन्तिम दर्शनों के लिए आते रहे और श्रद्धांजलि अर्पित करते रहे। गुरूवार को प्रात: आठ बजे उनके आवास से अर्थी उठी और क्षेत्रवासियों के दर्शनार्थ खेल मैदान में बने पांडाल में रखी गई। जहां पर दूर-दूराज से आये क्षेत्रवासियों ने अन्तिम दर्शन कर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि सभा में प्रतिभाग किया।
वहीं कई जनप्रतिनिधियों, विभिन्न सामाजिक संगठनों, राजनैतिक व्यक्तियों, कर्मचारी एवं शिक्षक संगठनों के प्रतिनिधियों ने शोक सभा में शामिल होकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान उनके समर्थक शैलारानी रावत अमर रहे, जब तक सूरज चांद रहेगा, शैला तेरा नाम रहेगा नारों लगाते रहे। श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए प्रभारी मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि पार्टी ने जनता को समर्पित एक संघषर्शील विधायक एवं कार्यकर्ता खो दिया है, जिसकी भरपाई होना मुश्किल है। उन्होंने दिवंगत विधायक की पुत्री ऐर्या रावत को ढांढस बंधाते हुए कहा कि सरकार एवं पार्टी दु:ख की इस घड़ी में उनके साथ खड़ी है। ठीक सवा दस बजे खेल मैदान से उनके पार्थिव शरीर को शव वाहन में रखकर अन्तिम यात्रा त्रिवेणी घाट गुप्तकाशी के लिए रवाना हुई। शव यात्रा के साथ बड़ी संख्या में वाहनों का काफिला चल रहा था, जिसमें कार्यकर्ता एवं समर्थक थे।
शव यात्रा अगस्त्यमुनि, विजयनगर, जवाहर नगर, सौड़ी, चन्द्रापुरी, भीरी, कुण्ड पहुंची तो हजारों ग्रामीणों ने उनके अन्तिम दर्शन कर नम आंखों से अन्तिम विदाई दी। उनकी शव यात्रा के त्रिवेणी संगम पहुंचने पर महिलाएं अपने आंसू नहीं रोक पाई। शव यात्रा के त्रिवेणी संगम पहुंचने पर शैलारानी रावत अमर रहे के उदघोषों से हजारों लोगों ने उन्हें अन्तिम विदाई दी तथा पुलिस गार्ड ने उन्हें सशस्त्र सलामी दी।
राज्य सभा सांसद महेन्द्र भट्ट, जनपद प्रभारी मंत्री सौरभ बहुगुणा, रुद्रप्रयाग विधायक भरत चौधरी, प्रतापनगर विधायक बिक्रम सिंह नेगी, पूर्व विधायक मनोज रावत, राज्यमंत्री चंडी प्रसाद भटट्, भाजपा जिलाध्यक्ष महावीर पंवार, सीडीओ जीएस खाती, एसडीएम अनिल कुमार शुक्ला, थानाध्यक्ष मुकेश चौहान ने उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर नम आंखों से अंतिम विदाई दी तथा उनकी बेटी ऐर्या रावत व भतीजे शैलेन्द्र रावत ने उनकी चिता को मुखाग्नि दी।
इस मौके पर भाजपा महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष आशा नौटियाल, जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमन्त तिवारी, प्रमुख जखोली प्रदीप थपलियाल, भाजपा वरिष्ठ नेता कुलदीप रावत, कनिष्ठ प्रमुख शैलेन्द्र कोटवाल, कांग्रेस जिलाध्यक्ष कुंवर सजवाण, जिपंस नरेन्द्र बिष्ट, वीरेन्द्र बुटोला, मुकेश नेगी, डॉ कुलदीप नेगी आजाद, कर्नल अजय कोठियाल, भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष वाचस्पति सेमवाल, दिनेश उनियाल, पंकज भटट्, देव प्रकाश सेमवाल, प्रधान संगठन पूर्व जिलाध्यक्ष बिक्रम नेगी, जिला पंचायत सदस्य विनोद राणा, कुलदीप कंडारी, गणोश तिवारी, नरेन्द्र बिष्ट, सुमन नेगी, पीएस जगवाण, गम्भीर बिष्ट, अवतार नेगी, लखपत राणा, सुभाष अथवाल, भानु रावत, रोशन देवशाली, नवीन रावत, प्रधान संगठन ब्लॉक अध्यक्ष सुभाष रावत, संरक्षक सन्दीप पुष्वाण, निर्वतमान नगर पंचायत अध्यक्ष विजय राणा, उक्रांद केन्द्रीय प्रवक्ता मोहित डिमरी, बलवीर चौधरी, क्षेपंस अजरुन नेगी, पंचम नेगी, मगन नेगी, प्रताप मेवाल, केशव तिवारी, रमेश बेजवाल, हषर्प्रीतम नेगी, प्रदीप बगवाड़ी, माधव नेगी, राय सिंह राणा, अनसोया भटट्, राजीव भटट्, कुलदीप रावत, शिव सिंह रावत, लखपत भंडारी, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष रीता पुष्वाण, पूर्व जिपंस संगीता नेगी, देवे वरी नेगी, बीरेन्द्र बुढोला, किरण शुक्ला, दीपा देवी आर्य, माधुरी नेगी, भाजपा मीडिया प्रभारी सतेन्द्र बत्र्वाल, सुबोध बगवाड़ी, नरोत्तम राणा, प्रधान अरविन्द राणा, मुलायम तिन्दोरी, बिक्रम नेगी, कुंवर बजवाल, योगेन्द्र नेगी, मदन भटट्, राकेश नेगी सहित विभिन्न क्षेत्रों के जनप्रतिनिधि व हजारों ग्रामीण मौजूद थे।