कोटद्वार में साॅलिड वेस्ट मैंनेजमेंट का विशेष माॅडल होगा लागू
देहरादून। प्रदेश के शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक व वन मंत्री डाॅ0 हरक सिंह रावत द्वारा विधान सभा स्थित सभाकक्ष में कोटद्वार नगर निगम क्षेत्र के अन्तर्गत कूड़ा निस्तारण के सम्बन्ध में अधिकारियों के साथ बैठक में कहा कि कोटद्वार में साॅलिड वेस्ट मैंनेजमेंट का विशेष माॅडल लागू होगा तथा पर्यावरण एवं वन मंत्री डाॅ0 हरक सिंह रावत ने कहा कि कोटद्वार इस माॅडल से विशेष रूप से लाभान्वित होगा।
कोटद्वार में साॅलिड वेस्ट मैंनेजमेंट का विशेष माॅडल लागू होगा, इसे पर्यावरण प्रदूषण बोर्ड का निदेशालय देखेगा। यह माॅडल छत्तीसगढ़ माॅडल पर आधारित होगा, इसमें भूमि सिडकुल से ली जायेगी जिसके लिए सचिव राजस्व कैबिनेट में प्रस्ताव लायेंगे। इसके लिए शहरी विकास और सचिव उद्योग अपना प्रस्ताव भेजेंगे। इसके अतिरिक्त एमएनए कोटद्वार की अध्यक्षता में एक कमेटी बनायी गयी है, जिसमें प्रदूषण बोर्ड का एक अधिकारी और शहरी विकास विभाग का एक अधिकारी रहेंगे जो प्रतिदिन के आधार पर इस माॅडल की मानिटरिंग करेंगे। साॅलिड वेस्ट मैंनेजमेंट के तहत तीन माॅडल अपनाये जायेंगे, रूड़की में वेस्ट टू एनर्जी माॅडल, हरिद्वार में बायोगैस माॅडल और कोटद्वार में छत्तीसगढ़ माॅडल है। इसके बाद इसी आधार पर पूरे राज्य में साॅलिड वेस्ट मैनेजमेंट का कार्य किया जायेगा। इस अवसर पर सचिव शहरी विकास शैलेश बगोली, निदेशक शहरी विकास विनोद कुमार सुमन, निदेशक पर्यावरण बोर्ड एस.पी.सुबुद्धि इत्यादि अधिकारी मौजूद थे।