बाल विवाह और बच्चों की भिक्षावृत्ति रोकने के डीएम ने दिए निर्देश
देहरादून। जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में पोषण अभियान, बाल विवाह रोकथाम तथा वन स्टाॅप सेन्टर योजना के अन्तर्गत गठित जनपद स्तरीय प्रबन्धन समिति की बैठक आयोजित की गयी। जिलाधिकारी ने पोषण अभियान की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि अति कुपोषित और कुपोषित श्रेणी में अंकित बच्चों में तेजी से सुधार करते हुए उनको सामान्य बच्चों की श्रेणी में लाया जाय। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को भी ऐसे बच्चों की नियमित स्वास्थ्य देखभाल करने और बेहतर पौष्टिक भोजन तथा सन्तुलित दिनचर्या बनाने के प्रयास करने तथा माता-पिता की भी इस सम्बन्ध में कांसिलिंग करनें के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने बाल विवाह रोकने, बच्चों की भिक्षावृत्ति रोकने तथा ह्यूमन बाल टैªफिकिंग (तस्करी) की गंभीरता से रोकथाम के जिला प्रबन्धन समिति और टास्क फोर्स को निर्देश दिये। उन्होंने निर्देशित किया कि जो लोग बाल विवाह के दोषी पाये जाते है उन पर सख्त वैधानिक कार्यवाही की जाय। साथ ही बच्चों से भिक्षावृत्ति करवाने वालों पर भी कड़ी निगरानी रखते हुए इसके पीछे के असामाजिक तत्वों को बेनकाब करते हुए उन पर सख्त कार्यवाही की जाय। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नितिका खण्डेलवाल, उप जिलाधिकारी सदर गोपाल राम बिनवाल, जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास अखिलेश मिश्रा, महाप्रबन्धक उद्योग शिखर सक्सेना, जिला पूर्ति अधिकारी जी.एस कण्डारी, सेवायोजन अधिकारी अजय सिंह, प्रवर अधीक्षण डाकघर (भारत सरकार) ए.पी चमोला सहित सम्बन्धित विभागीय अधिकारीध्कार्मिक उपस्थित थे।