भाजपा की पहाड़ विरोधी मानसिकता का करारा जबाब दिया जाएगा
देहरादून। यूकेडी के महानगर संयोजक सुनील ध्यानी ने कहा कि विगत निकाय चुनाव से पूर्व उच्च न्यायालय नैनीताल का निर्णय कि नदियों के किनारे बसे बस्तियों को हटाया जाय। इस निर्णय के खिलाफ भाजपानीत त्रिवेंद्र की सरकार मलिन बस्तियों जिसमे यू पी, बिहार और बाहरी लोगों को बचाने के लिये अध्यादेश लायी थी। लेकिन मसूरी में रोपवे बनाने के लिये पहाड़ के लोगों जो वर्षो से रह रहे हंै उनके घरों को उजाड़ा गया है। उक्रांद इसका घोर विरोध करता है। देहरादून शहर में कई अवैध निर्माण तथा सरकारी जमीनों पर कब्जे सरकार को दिखायी नहीं दे रहा है। हाल में नगर निगम में सम्मिलित क्षैत्र जो 40 वार्ड बने एक बड़ा खेल समाज की जमीन यानि सरकारी जमीन का खेल नेताओं, माफियाओं द्वारा खेला जा रहा है, इन सबको सरकार का संरक्षक प्राप्त है। उजाड़ तो केवल पहाड़ के लोगों को ही उखाड़ेगी। भाजपा की पहाड़ विरोधी मानसिकता व उसके अस्तित्व के साथ हमेशा खिलवाड़ करती आयी है। जीता जागता उदाहरण
देवभूमि उत्तराखंड और पहाड़ के लोगों को अपशब्द बोलने वाले विधायक कुँवर चैंपियन को माफी भाजपा द्वारा दे दी गयी है। उक्रांद द्वारा पूर्व में भापजा विधायक के खिलाफ देवभूमि उत्तराखंड को गाली देने वाली घटना पर प्राथमिक रिपोर्ट दर्ज कर चुकी है तथा विधायक चैंपियन के खिलाफ मुकदमा लड़ेगी।