पहाड़ी क्षेत्रों में हो आदर्श तालाबों का निर्माण: रेखा आर्या
देहरादून। प्रदेश की बाल विकास, पशुपालन, भेड़-बकरी पालन, चारा एवं चारागाह विकास एवं मत्स्य विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रेखा आर्या ने विधानसभा स्थित कार्यालय कक्ष में राज्य मत्स्य विभाग द्वारा संचालित केन्द्र और राज्य पोषित योजनाओं एवं कार्य कलापों की 13 जनपदों के मत्स्य विभाग के अधिकारियों के साथ वचरुवल समीक्षा बैठक की। बैठक में मंत्री रेखा आर्या ने कहा मत्स्य विभाग द्वारा पहाड़ी क्षेत्रों में आदर्श तालाबों का निर्माण हो और मैदानी क्षेत्रों में एसीपी आदर्श मछली तालाबों का निर्माण किया जा रहा है, इस कार्य के प्रगति में तेजी लाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार राज्य सरकार द्वारा नील क्रान्ति योजना के तहत तालाबों का सुदृढ़ीकरण, हैचरी का सुदृीकरण और मछली पालकों को किस प्रकार और सशक्त कर सकते है और कौन सी प्रजाति की मछली की सीड उपलब्ध करायी जाय, इस विषय पर अधिकारियो के साथ विचार-विमर्श किया गया। उन्होंने कहा कि मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए ट्राउड प्रजाति को डेनमार्क से आयतित करने पर विचार किया जा रहा है।
मंत्री ने कहा कि कोरोना काल में जितने मत्स्य पालकों ने हमसे सीड की मांग की, उतनी मात्रा में हम आवंटित नहीं कर पाये। वर्ष 2020-21 के लिए जितने पाउण्ड की मांग होगी, उतने पाउण्ड के लिए हम योजनाएं प्रस्तावित करेंगे। उन्होंने कहा कि जितने भी मत्स्य पालक एवं प्रवासी लोग मत्स्य पालन करना चाहते है वह स्वयं ही मत्स्य पालन की योजनाओं से लाभान्वित होंगे। इसके साथ ही मत्स्य पालन के माध्यम से अच्छीालिटी की फेा मछली विभिन्न रेस्टोरेन्ट से सप्लाई भी की जाएगी।