गैरसैंण स्थाई राजधानी को दो दिनी उपवास
गैरसैंण। उत्तराखंड क्रांति दल तथा स्थाई राजधानी संघर्ष समिति ने गैरसैण को जिला व स्थाई राजधानी घोषित किए जाने की मांग को लेकर 2 दिवसीय उपवास रखा। रामलीला मैदान में उक्रांद नेता उमेश खंडूड़ी तथा राजधानी संघर्ष समिति अध्यक्ष नारायण सिंह बिष्ट समेत राजधानी आंदोलन से जुड़े आंदोलनकारी व उक्रांद कार्यकर्ता दूसरे दिन भी उपवास में रहे। उक्रांद नेता खंडूड़ी ने कहा कि राज्य गठन के दो दशक बाद भी प्रदेश की स्थाई राजधानी घोषित न किया जाना सूबे की जनता के साथ धोखा ही नहीं बल्कि राजनीतिक विफलता है। कहा कि भाजपा व कांग्रेस बारी बारी से प्रदेश की सत्ता पर कब्जा कर पहाड़ भी भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। राजधानी संघर्ष समिति अध्यक्ष नारायण सिंह बिष्ट ने कहा कि एक गरीब प्रदेश में दो या तीन राजधानी बनाए जाने की बात करना सियासी दलों के नेताओ का दिमागी दिवालियापन है। कहा कि अस्थाई तथा ग्रीष्मकालीन राजधानी के नाम पर जनता को बरगलाने की कोशिश की जा रही है। यह सब सफल होने नहीं दिया जाएगा। उन्होने कहा कि अभी सांकेतिक तौर पर आंदोलन का आगाज हुआ है। अगर सरकार नहीं जागी तो व्यापक आंदोलन होगा। सोमबार को आंदोलनकारियों ने तहसील कार्यालय पहुंच कर नायब तहसीलदार राकेश पल्लव के माध्यम से मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन भेजा। इस मौके पर यूकेडी के ब्लाक अध्यक्ष रंजीत शाह, अंकित खंडूड़ी,विनोद नेगी,आकाश पुजारी,अनिल नेगी,नंदन सिंह, राम प्रसाद उप्रेती, सुरेंद्र रावत, केएल शाह आदि मौजूद रहे।