शाह ने की ममता सरकार को उखाड़ फेंकने की अपील
कोलकाता। केंद्रीय मंत्री अमित शाह इस वक्त बंगाल में मौजूद हैं। दो दिन के दौरे के पहले दिन शाह ने राज्य में अगले साल 200 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा किया। शाह ने संगठन की शक्ति को मजबूत करने पर जोर देते हुए आदिवासी कार्यकर्ता के घर दोपहर का खाना खाया। उन्होंने पं. बंगाल के लोगों से ममता सरकार को उखाड़ फेंकने की अपील की। ध्यान रहे की बीजेपी के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह का एक-एक कदम चुनावी रणनीति का हिस्सा है। आइए समझते हैं कि शाह की किस कार्यक्रम के क्या मायने हैं। दौरे के दूसरे दिन की शुरुआत अमित शाह ने दक्षिणेश्वर काली मंदिर से की है। उन्होंने यहां मां काली के दर्शन किए। यहां स्वामी विवेकानंद के गुरु परमहंस ने आध्यात्मिक शिक्षा प्राप्त की थी। परमहंस हिंदू नवजागरण के प्रमुख सूत्रधारों में से एक माने जाते हैं। 2015 में पीएम मोदी ने भी यहां दर्शन किए थे। अमित शाह ने इस मौके पर चैतन्य महाप्रभु, रामकृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद और अरबिंदो का जिक्र किया। उन्होंने ममता सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि बंगाल आध्यात्मिक चेतना का केंद्र रहा है लेकिन आज तुष्टिकरण चरम पर है। स्वाभाविक है कि शाह इस कदम से हिंदू मतदाताओं को संदेश दे रहे हैं।