रामनगर। कोरोना संकटकाल के बीच उत्तराखंड विद्यालयी परिषद ने बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियां तेज कर दी है। परिषद ने इस बार कुल एक हजार तीन सौं सैंतालीस परीक्षा केंद्र बनाने का एलान कर दिया है। इन परीक्षा केंद्रों में दो लाख तिरत्तर हजार तीन सौ तेरह विद्यार्थी परीक्षा देंगे। परिषद ने पिछले साल की तुलना में इस बार तेईस परीक्षा केंद्र अधिक बनाने का दावा किया है। इससे साफ हो गया है कि बोर्ड परीक्षा में सोशल डिस्टेसिंग का फामरूला लागू नहीं रहेगा। इस बार सबसे ज्यादा पौड़ी और सबसे कम परीक्षा केंद्र चम्पावत में बनाए गए हैं। यह निर्णय बुधवार को उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद मुख्यालय में सचिव डा.नीता तिवारी ने एक बैठक में लिया। इस बैठक में प्रदेश भर के मुख्य शिक्षाधिकारियों बुलाया गया था। उन्होंने बताया कि राज्य स्तरीय परीक्षा केंद्र निर्धारण समिति की बैठक में परीक्षा केंद्र तय किए गए हैं। बैठक में सभी अधिकारियों से अपने-अपने जनपदों के परीक्षा केंद्रों पर भौतिक संसाधनों की व्यवस्था करने के साथ ही सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम करने के बाद मुख्यालय में रिपोर्ट तलब की है। परीक्षा केंद्रों की घोषणा के अनुसार इस वर्ष की बोर्ड परीक्षाओं के लिए गुजरे साल की अपेक्षा 23 परीक्षा केंद्र अधिक बनाते हुए 1347 परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं। इसमें से सुरक्षा की दृष्टि से 223 परीक्षा केंद्रों को संवेदनशील तथा 22 परीक्षा केंद्रों को अतिसंवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है। बोर्ड अधिकारियों के अनुसार इस वर्ष हाई स्कूल की बोर्ड परीक्षा में 1 लाख 48 हजार 828 तथा इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा में 1 लाख 23 हजार 485 परीक्षार्थी शामिल होंगे। इसमें से सर्वाधिक परीक्षार्थी हरिद्वार जनपद में 44 हजार 143 तथा सबसे कम परीक्षार्थी चंपावत जनपद 8 हजार 255 से हैं। इस बार सर्वाधिक परीक्षा केंद्र पौड़ी जनपद (166) तथा सबसे कम परीक्षा केंद्र चंपावत (40) बनाये गये हैं। स्वकेंद्र परीक्षा पण्राली के तहत 43 परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं। कुल परीक्षा केंद्रों में से 43 एकल तथा 1304 मिश्रित परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं। सुरक्षा के लिहाज से नैनीताल के 47 परीक्षा केंद्र संवेदनशील व हरिद्वार के 9 परीक्षा केंद्र अतिसंवेदनशील की श्रेणी में रखे गये हैं। बैठक में मुख्य शिक्षाधिकारियों के अलावा परिषद के अपर सचिव बीएमएस रावत, एनसी पाठक, तारादत्त पन्त, भूपेंद्र सिंह व अन्य बोर्ड अधिकारी मौजूद रहे।