एनएसयूआई ने किया ‘नौकरी दो या डिग्री वापस लो’ अभियान आरंभ
देहरादून। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) ने उत्तराखंड में आज से ‘नौकरी दो या डिग्री वापस लो’ अभियान आरंभ कर दिया है। इस अभियान के तहत राज्य के समस्त युवा प्रधानमंत्री के पते पर अपनी डिग्रियां भेजेंगें ताकि प्रधानमंत्री देश के बेरोगार युवाओं के बारे में सोच सकें। यह जानकारी एनएसयूआई राष्ट्रीय सचिव व प्रदेश प्रभारी सतवीर चौधरी ने कांग्रेस भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में दी। उन्होंने कहा कि आज से एनएसयूआई पूरे देशभर में चल रहे कैंपेन- कार्यक्रम को उत्तराखंड में लांच कर रही है। इस कैंपन का नाम ‘नौकरी दो या डिग्री वापस लो’ रखा गया है। उन्होंने कहा कि आजाद भारत में वर्तमान में बेरोजागारी का प्रतिशत सर्वाधिक पंहुच गया है। इसके लिए केंद्र व राज्यों की सरकारें जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने सबसे बड़ा धोखा देने का काम अगर किसी को किया, तो वो छात्र वर्ग को किया है। छातों को जिस तरीके से बड़े-बड़े सपने दिखाए गए थे, 2-2 करोड़ नौकरियां देने का उनको वायदा किया था और कैंपस ही सीधे प्लेसमेंट की बात कही गई थी वह छात्र वर्ग, अपने आपको ठगा महसूस कर रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों की वजह से बेरोजगारी आज सबसे ज्यादा है, जिस कारण छात्र यह सोचने पर मजबूर हो चुके हैं कि उनकी जो डिग्री है, वो किसी काम की नही रही है। अनियोजित ढंग से सीधे लॉकडाउन किया गया लेकिन कहीं भी इस बात को सुनिश्चित नहीं किया कि जो फाइनल ईयर के बच्चे थे, उनकी प्लेसमेंट कैसे होगी, क्योंकि कैंपस बंद थे तो फाइनल ईयर स्टूडेंट्स की प्लेसमेंट बिल्कुल नहीं हो पाई। इसी तरह से 2-2 साल तक एसएससी के जो स्टूडेंट्स हैं, उनके एग्जाम नहीं होते। 2 साल का उनका सैशन ज्है, वो बेकार होता है जिसका सीधा-सीधा फर्क रोजगार पर पड़ता है और बेरोजगारी बढ़ती है।