कड़ाके की ठंड में लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई गंगा में डुबकी
हरिद्वार। मौनी अमावस्या पर कड़ाके की ठंड के बावजूद देशभर से आए कई लाख श्रद्धालुओं हर की पैड़ी सहित विभन्न घाटों पर गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। कुम्भ मेला प्रशासन व पुलिस ने इस पर्व पर भी कुम्भ मेला स्नान पवरे के ट्रायल के रूप में व्यवस्थाएं की थीं। वहीं गंगा स्नान करने आने वालों की सभी सीमाओं पर कोरोना जांच कर पांच से दस मिनट में रिपोर्ट दी गई। सभी सीमाओं पर पुलिस के साथ अर्धसैनिक बल के जवान तैनात किए गए थे। मुख्य शहर के अंदर स्थानीय लोगों को छूट के साथ सभी प्रकार के वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया था। जिला प्रशासन, पुलिस, कुम्भ मेला प्रशासन व पुलिस के आला अधिकारी दिन भर इंतजामात पर नजर बनाए रहे। मौनी अमावस्या के स्नान पर्व के अवसर पर गुरुवार सुबह सवेरे ही बड़ी संख्या में लोग हर की पैड़ी सहिंत विभिन्न गंगा घाटों पर पहुंचने लगे थे। दिन चढ़ने के साथ स्नान करने वालों की भीड़ भी बढ़ती चली गई। श्रद्धालुओं ने हर की पैड़ी, कुशाघाट, पंतद्वीप, हनुमान घाट, रामघाट, गंगापार के प्लेट फार्म घाटों पर स्नान किया। बहुत से लोगों ने कुशाघाट व नारायणी शिला पर भी पितरों के निमित्त कर्मकांड सम्पादित कराए। श्रद्धालुओं ने इस अवसर पर विभिन्न धार्मिक कर्मकांड, जल दान, पितरों के निमित्त पिंडदान, गौदान आदि भी सम्पादित कराए। मौनी अमावस्या का स्नान करने आने वालों में मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान,हिमाचल प्रदेश बड़ी संख्या में श्रद्धालू पहुंचे तो वहीं उत्तराखंड के दोनों मंडलों के व स्थानीय लोग शामिल रहे। कुल मिलाकर मौनी अमावस्या का स्नान पर्व सकुशल सम्पन्न हो गया।