बैंकों में लगातार चार दिन नहीं होगा कामकाज
देहरादून। यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस (यूएफबीययू) ने 15 व 16 मार्च को होने वाली राष्ट्रव्यापी हड़ताल के लिए कमर कस ली है। बैंक कर्मियों ने प्रदर्शन कर हड़ताल को सफल बनाने का आह्वान किया। बैंक कर्मियों की दो दिन से हड़ताल से बैंकों में लगातार चार दिन काम-काम ठप रहेगा। सरकारी बैंकों के निजीकरण के प्रस्ताव समेत विभिन्न मांगों को लेकर शुक्रवार को यूएफबीयू के बैनर तले बैंक कर्मियों ने सेंट्रल बैंक आफ इंडिया के बाहर प्रदर्शन किया। सरकार की जन विरोधी नीतियों पर हमला बोला। वक्ताओं ने कहा कि सरकार बैंकों को पूंजीपतियों के हाथों में सौंपकर आम जनता की गाढ़ी कमाई को निजी हाथों में लूटाने देने की साजिश कर रही है। निजी बैंकों के डूबने से पहले भी जनता की गाढ़ी कमाई पर डाका डाला गया है, जबकि सरकारी बैंकों ने पिछले छह वर्षों में औसतन डेढ़ से दो लाख करोड़ का आपरेटिंग लाभ कमाकर जनहितों के लिए सरकार को दिया है। वहीं सरकार ने पिछले चार वर्ष में लगभग आठ लाख करोड़ का डूबता लोन बट्टे खाते में डालकर कारपोरेट घरानों का अधिकांश हिस्सा माफ कर दिया है। सरकार लगातार सरकारी संस्थानों को बेचकर अपने घाटे और नाकामी को छिपाने में लगी है। बहरहाल बैंक कर्मियों की राष्ट्रीय व्यापी हड़ताल से 13 से 16 मार्च तक लगातार चार दिन तक बैंकों में ताले लटके रहेगें। कारण 13 मार्च को महीने का दूसरा शनिवार और 14 मार्च को रविवार होने के कारण अवकाश रहेगा, जबकि 15 व 16 मार्च को बैंक अधिकारी व कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे। इसके चलते बैंकों में चार दिन लेन-देन न होने से करोड़ो का लेन-देन प्रभावित होगा।