बैंकों की हड़ताल से 1500 करोड़ का कारोबार प्रभावित
देहरादून। यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) के आह्वान पर दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल उत्तराखंड में सफल रही। हड़ताल के चलते उत्तराखंड में दो दिन में करीब 1500 करोड़ रुपये का लेन-देन प्रभावित हुआ है। बैंककर्मियों ने सरकार द्वारा सकारात्मक कार्रवाई न करन की स्थिति में बैंक कर्मियों ने आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है। राष्ट्रव्यापी हड़ताल के दूसरे दिन मंगलवार को बैंककर्मियों ने एस्लेहाल स्थित सेंट्रल बैंक के सामने एकत्रित होकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। साथ ही निजीकरण को लेकर सरकार को खरी-खोटी सुनाई। वक्ताओं ने कहा कि सरकार निजीकरण व सुधार के नाम पर बैंकिंग सेक्टर के साथ खिलवाड़ रही है। इससे भविष्य में आर्थिक संकट बढ़ सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार पूंजीपतियों से ऋण की वसूली के लिए कड़े कदम उठाने के बजाए बैंकों का निजीकरण करने की सजिश रच रही है। इसके बाद बैंक कर्मियों ने घंटाघर तक रैली निकाल कर सरकार की बैंक व जन विरोधी नीतियों का विरोध किया। प्रदर्शन कारियों में यूएफबीयू के संयोजक समदर्शी बड़थ्वाल, पीआर कुकरेती, एसएस रजवार, आरके गैरोला, डीएन उनियाल, वीकी जोशी, राकेश चंद्र उनियाल, सुधीर रावत, डीएस तोमर, कमल तोमर, राजन पुंडीर, वीके बहुगुणा, सीकी जोशी, टीपी शर्मा, निशान्त शर्मा, दीपशिखा, कैलाश जुयाल, विनय शर्मा, अभिलेख थापा, सौरभ पुंडीर, आनंद रावत, अंशिता, नीरज ध्यानी, करण रावत आदि शामिल थे।