स्वास्थ्य विभाग को मिले 403 नए डॉक्टर
देहरादून। डॉक्टरों की कमी झेल रहे प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग को 403 नए डॉक्टर मिल गए हैं। अब राज्य में कार्यरत डॉक्टरों की संख्या अब 2500 के करीब पहुंच जाएगी। प्रदेश में कुल उत्तराखंड राज्य चिकित्सा चयन आयोग ने रविवार को डॉक्टरों के चयन के नतीजे जारी किए हैं। नए डॉक्टरों के चयन से उम्मीद है कि सरकारी अस्पतालों प्रदेश में डॉक्टरों की ज्यादा कमी नहीं रहेगी । आयोग के अध्यक्ष डॉ. डीएस रावत ने बताया कि प्रदेश सरकार ने चिकित्सा चयन आयोग को 700 के करीब पदों पर भर्ती का प्रस्ताव दिया था। आयोग ने जिन कुल 403 डॉक्टरों को चयनित किया गया है। इसमें 59 डॉक्टर विशेषज्ञ श्रेणी के हैं, जिनमें गाइनी, आथरे, एनेस्थीसिया आदि के डॉक्टर शामिल हैं। उन्होंने कहा कि आरक्षित श्रेणी में उम्मीदवार न मिलने की वजह से तीन सौ के करीब पद खाली रह गए हैं। उन्होंने बताया कि आयोग ने पिछले दो सालों के दौरान राज्य में 1400 के करीब डक्टरों की भर्ती की है। उन्होंने कहा कि चयनित डॉक्टरों को नियुक्ति की प्रक्रिया अब विभाग की ओर से की जाएगी। यदि ये सभी डॉक्टर ज्वाइन करते हैं तो राज्य के अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी काफी हद तक दूर हो जाएगी। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. तृप्ति बहुगुणा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टरों के कुल 2735 पद हैं। इसमें से नियमित डॉक्टरों की संख्या अब 2000 के पास पहुंच गई है। जबकि पांच सौ के करीब डॉक्टर संविदा के भी हैं। इन सभी को जोड़ दिया जाए तो राज्य में कार्यरत डॉक्टरों की संख्या अब 2500 के करीब पहुंच जाएगी। राज्य में पहले डॉक्टरों के पद बड़ी संख्या में खाली थे। लेकिन कोविड काल व उससे पहले के एक साल में बड़ी संख्या में डक्टरों की भर्ती होने से अब अधिकांश पद भर लिए गए हैं। डीजी हेल्थ डॉ. तृप्ति बहुगुणा ने बताया कि नए चयनित डक्टरों के लिए काउंसिलिंग की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि नए डक्टरों को कुछ समय के लिए अनुभवी डॉक्टरों के साथ तैनात किया जाएगा ताकि उन्हें इमरजेंसी मरीजों के इलाज में किसी तरह की परेशानी न हो।