रुद्रप्रयाग। फर्जी शैक्षिक दस्तावेजों के आधार पर जिले के एक अशासकीय विद्यालय में पांच वर्ष से नौकरी कर रहे एक शिक्षक को पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करने के बाद पुरसाड़ी जेल भेज दिया है। शिक्षक वर्ष 2016 में नौकरी पर लगा था। बीएड की फर्जी डिग्री लेकर नौकरी करने वाले शिक्षकों के विरुद्ध प्रदेश स्तर पर एसआईटी जांच चल रही है। बीते वर्ष रुद्रप्रयाग जिले में भी प्राथमिक व जूनियर स्कूलों में नौकरी करने वाले नौ शिक्षक फर्जी पाए गए थे, जो निलंबित चल रहे हैं। इसी के तहत जिले के एक अशासकीय विद्यालय में फर्जी डिग्री लगाकर पांच वर्ष से नौकरी कर रहे शिक्षक को विभाग व प्रबंधन समिति स्तर पर कार्रवाई पूरी होने के बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मामले की जांच करने वाले पुलिस उप निरीक्षक दिनेश सती ने बताया कि बीते 17 मार्च को विद्यालय प्रबंधन समिति द्वारा फर्जी शिक्षक के विरुद्ध कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया था। विवेचना पूरी होने के बाद पुलिस ने शिक्षक को गिरफ्तार किया और न्यायालय में पेश करने के बाद पुरसाड़ी जेल भेज दिया है। उप निरीक्षक सती ने बताया कि एसआईटी जांच में शिक्षक की बीएड की डिग्री फर्जी पाई गई थी, जिसके बाद विभाग को सूचना दी गई थी। इधर, डीईओ माध्यमिक/बेसिक लक्ष्मण सिंह दानू ने बताया कि अन्य माध्यमिक स्कूल के प्रधानाचार्य को नियंत्रक तैनात कर विद्यालय प्रबंधन समिति के माध्यम से फर्जी शिक्षक के विरूद्ध विभागीय स्तर पर कार्रवाई पूरी की गई। बताया कि बीते वर्ष जिले में नौ शिक्षक फर्जी पाए गए थे, जिन्हें विभागीय कार्रवाई के बाद निलंबित किया जा चुका है।