रायपुर में एक तरफ जल रही चिंताएं, तो दूसरी तरफ लगी एंबुलेंस की लाइन
देहरादून। उत्तराखंड में भी कोरोना सक्रंमण की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। हर दिन यहां पांच हजार के करीब संक्रमित मिल रहे हैं। इसी तरह संक्रमितों व अन्य लोगों की मौतें भी हो रही हैं। इसी के चलते देहरादून के रायपुर में कुछ ऐसा हृदय विदारक नजारा देखने को मिला। शमशान घाट के अंदर चिताओं की कतारें थी, तो बाहर एंबुलेंस की लाइनें लगी हुई थी। वहीं, मुख्य मार्ग पर कुछ पीपीई किट आदि इधर-उधर फेंकी हुई थी। कोरोना संक्रमण से मरने वाले संक्रमितों के दाह संस्कार के लिए शमशान घाटों में जगह कम पड़ रही है। संक्रमण से मरने वाले अधिकांश मरीजों का अंतिम संस्कार रायपुर स्थित शमशान घाट में किया जा रहा है। शमशान घाट में एक ही बार में दर्जनों चिंताएं जल रही है। वहीं, कई लोगों को अपनों का दाह संस्कार कराने के लिए घंटों इंतजार तक करना पड़ रहा है। स्थिति यह है कि दाह संस्कार के लिए लकड़ी तक कम पड़ने लगी है। राजधानी देहरादून में हर दिन बड़ी संख्या में संक्रमित मरीजों की मौत हो रही है। ऐसे में रायपुर शमशान घाट में बड़ी संख्या में हर दिन दाह संस्कार हो रहा है। सोमवार को रायपुर शमशान घाट में एक तरफ चिंताएं जल रही थी। वहीं दूसरी तरफ एंबुलेसों की लाइन लगी हुई थी। इस मंजर को देखकर हर किसी की आंखें नम थी। एंबुलेंसों में संक्रमित मरीज के परिजन दाह संस्कार के लिए अपनी बारी के इंतजार में बैठे हुए थे।