गढ़वाल विवि के पूर्व वीसी के नोएडा आवास पर छापेमारी कर वापस लौटी टीम, हो सकती है गिरफ्तारी
देहरादून। नियम कानून के पार जाकर प्राइवेट कॉलेजों को मान्यता देने और सीट बढ़ाने के आरोपों के बाद श्रीनगर गढ़वाल केन्द्रीय विविद्यालय के पूर्व वीसी जेसी कॉल के नोएडा स्थित आवास पर छापेमारी कर आज सीबीआई की टीम दून लौट आई है। शुक्रवार को कई आरोपितो के घर से जब्त किए दस्तावेजों का शनिवार को टीम ने गहनता से अवलोकन किया। अवलोकन का काम रविवार को भी जारी रहेगा, जिसके बाद सोमवार को सीबीआई की टीम आरोपितों की गिरफ्तारी जैसा कोई बड़ा एक्शन कर सकती है।
शुक्रवार को दिल्ली और उत्तराखण्ड सीबीआई की टीम ने देहरादून में संचालित छह नामी कॉलेजों के संचालकों और श्रीनगर गढ़वाल केंद्रीय विविद्यालय के पूर्व वीसी जेसी कॉल और उनके ओएसडी समेत कई प्रोफेसरों के 14 ठिकानों पर छापेमारी की। तीन माह की जांच के बाद छह मुकदमें दर्ज किए गए। आरोप है कि आरोपितों ने नियम के खिलाफ जाकर प्राइवेट कॉलेजों को मान्यता दी और कॉलेज में सीटें बढ़ाई।
करीब तीन साल पहले सीबीआई ने देहरादून के प्राइवेट कॉलेजों को संबद्धता देने समेत अन्य मामलो की जांच शुरू की थी। जांच में विविद्यालय के पूर्व वीसी जेसी कौल, उनके ओएसडी डीएस नेगी, निरीक्षण कमेटी के सदस्य रहे प्रोफेसर और अन्य स्टाफ की संलिप्तता सामने आई, जिसके बाद 20 आरोपितों के खिलाफ मुकदमें दर्ज किए गए। शुक्रवार को सीबीआई की टीम ने छापेमारी करते हुए मुकदमे से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेजों को जब्त किया। आरोपितों के बैंक खाते और लॉकरों को भी सील किया गया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को इन दस्तावेजों का गहनता से अवलोकन किया गया। अवलोकन का काम रविवार को भी जारी रहेगा, जिसके बाद सोमवार को सीबीआई आरोपितों की गिरफ्तारी कर सकती है। मुकदमें में नामजद आरोपितों में डॉल्फिन के अरविंद गुप्ता, एल्पाइन इंस्टीटय़ूट के अनिल सैनी, बाबा फरीद कॉलेज, दून बयोमेडिकल साइंस, दून वैली कॉलेज, उत्तरांचल कॉलेज के संचालक संजय चौधरी, जीडीएस वार्ने, जोगेंद्र सिंह आदि शामिल हैं।