दैनिक जीवन की क्रियाएं भी मानसिक स्वास्थ्य के लिए प्रभावकारी : डा. पंत
हल्द्वानी । दून मेडिकल कालेज के विभागाध्यक्ष एवं उपनिदेशक स्वास्थ्य डा.एमके पंत ने दावा किया है कि स्वस्थ्य शरीर के लिए हरेक व्यक्ति को छह से आठ घंटे की नींद लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि दैनिक जीवन की क्रियाएं मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करती हैं। उन्होंने कहा कि अवसाद से निपटने के लिए समय पर ध्यान देना जरुरी है। डा. पंत सोमवार को उमुविवि के विशेष शिक्षा विभाग द्वारा मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित मनोवैज्ञानिक समस्याएं और मनोवैज्ञानिकों की भूमिका विषय पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय वेबीनार में बतौर मुख्य वक्ता बोल रहे थे। वेबीनार का उद्घाटन पंडित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय शारीरिक दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान, नई दिल्ली की अध्यक्ष डा. स्मिता जयवंत एवं उमुविवि के शिक्षा शास्त्र विद्या शाखा के निदेशक प्रो एचपी शुक्ल ने संयुक्त रुप से किया। इस अवसर पर डा. पंत ने मेंटल हेल्थ एक्ट और मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित विभिन्न समस्याओं के कारण और उनके निदान के बारे में भी जानकारी दी।
इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि डा.स्मिता जयवंत मनोवैज्ञानिक उपचारात्मक विधियों का अधिकाधिक प्रयोग करने पर जोर दिया। उन्होंने मनोवैज्ञानिकों की समस्याओं एवं उनके निदान के प्रति चेतना पर भी जोर दिया। जबकि प्रो शुक्ल ने भी कई महत्वपूर्ण टिप्स दिए। डा.सिद्धार्थ पोखरियाल ने वेबीनार की रूपरेखा प्रस्तुत की। सहायक प्राध्यापिका डा भावना धोनी ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित। इस मौके पर डा. सीता, डा. डिगर सिंह फरस्वार्ण, डा.सलोनी अरोड़ा, डा. कल्पना पाटनी लखेड़ा, डा. दिनेश कुमार,़ डा.मनीषा पंत डा.दिनेश कांडपाल डा.देवकी सरोला आदि मौजूद थे।