देहरादून। रोशनी जन सेवा संस्था के संस्थापक अध्यक्ष व राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति विकास परिषद के उत्तराखंड के प्रदेश उपाध्यक्ष गीताराम जायसवाल ने कहा कि अल्मोडा जिले में एक जाति प्रमाण पत्र जारी किया गया। जिसमें जाति शब्द की जगह अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया गया है, जो निंदनीय है। विकास परिषद इस प्रकार का अपमान सहन नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि यदि ऐसे ही अनूसूचित जाति के लोगों को शोषण होता रहा तो परिषद सडकों पर उतरकर आंदोलन के लिए विवश होगी।