रुद्रपुर। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट परिसर में 179.26 करोड़ लागत की 65 योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलांयास किया। साथ ही अधिकारियों की बैठक लेकर विकास कायरे की समीक्षा की। साथ ही उन्होंने अधिकारियों को अपनी कार्यशैली में सुधार लाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों के साथ विकास कायरे की समीक्षा करते हुए कहा कि अधिकारी पूर्ण मनोयोग के साथ कार्य करें और आपसी समन्वय बनाते हुए जनपद व प्रदेश को विकास की गति दें। उन्होंने कहा कि राज्य में चार माह के अन्तर्गत सभी को कोरोना वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इसलिए वैक्सीनेशन के कार्य में तेजी लाएं। उन्होंने सख्त निर्देश देते हुए अधिकारियों से कहा कि समस्या जिस स्तर की है, उसे उसी स्तर पर निस्तारित किया जाये, समस्या कतई लम्बित नहीं रहनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना, वन भूमि मामले, महालक्ष्मी योजना, आपदा राहत एवं बचाव कायरे, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, अमृत, जल जीवन मिशन आदि की गहनता से समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। उन्होंने योजना कार्य की धीमी गति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि धन की पर्याप्त उपलब्धता होने पर भी अधिकारियों द्वारा कार्य धीमी गति से किया जा रहा है जोकि चिन्तनीय है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि अधिकारियों को अपनी कार्य शैली में बदलाव लाना होगा। योजना कायरे का र्थड पार्टी से भौतिक सत्यापन भी कराया जायेगा। उन्होंने कोविड कायरे की समीक्षा करते हुए कहा कि संभावित र्थड वेव के मद्देनज़र सारी व्यवस्थाऐं सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने एलडी भट्ट चिकित्सालय काशीपुर में शासन से सात लाख प्रतिमाह अनुबन्ध के उपरान्त भी हृदय रोग विशेषज्ञ के चिकित्सालय में नहीं बैठने की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए एक सप्ताह में जांच रिपोर्ट शासन को भेजने के निर्देश जिलाधिकारी को दिये। उन्होंने आपदा बचाव कायरे की समीक्षा करते हुए कहा कि अधिकारियों एवं कर्मचारियों की मॉकड्रिल के साथ ही उनकी ट्रे¨नग भी करायी जाये। उन्होंने कहा कि अगली बार और अधिक गहनता से विकास कायरे की समीक्षा की जायेगी इसलिए अधिकारी समयबद्धता, गुणवत्ता से कायरे को गति दें व सही से होमवर्क कर बैठक में आयें।