राष्ट्रीय दलों ने उत्तराखंड को कंगाल बनाया : तिवारी
अल्मोड़ा। उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष पी. सी. तिवारी ने कहा कि राष्ट्रीय पार्टियों की कठपुतली सरकारों ने उत्तराखंडी अस्मिता को तार तार कर उत्तराखंड को बदहाल व कंगाल बनाया है। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता यदि इन्हीं शक्तियों के झांसे में आती रहीं तो हमारी आने वाली पीढ़ियों को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष यहां जीवन पैलेस में आयोजित पार्टी कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में बोल रहे थे। पार्टी के इस सम्मेलन में उपपा की 21 सदस्यीय नगर कार्यकारिणी का गठन किया गया।
पार्टी के क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उपपा अध्यक्ष तिवारी ने कहा उत्तराखंड में छात्र व जन आंदोलनों से अस्तित्व में आई उपपा सामाजिक, राजनीतिक एवं व्यवस्था परिवर्तन के साथ उत्तराखंड की अस्मिता के दुश्मनों से लोहा लेने वाली एकमात्र विश्वशनीय क्षेत्रीय पार्टी है। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले तरह तरह को नौटंकी कर सत्ता हथियाने की कोशिश करने वाले दलों से सावधान रहते हुए जनता को हर रोज़ जनता के लिए संघर्ष करने वालों को सहयोग कर राजनीतिक विकल्प खड़ा करना चाहिए।
सम्मेलन में उपपा ने कहा कि उत्तराखंड की अस्मिता के लिए लड़ने वाली सभी ईमानदार ताकतों, समूहों को एकजुट हो कर उत्तराखंड के प्राकृतिक संसाधनों के लिए लड़ना आज समय की मांग है।
सम्मेलन की अध्यक्ष मंडल में पार्टी की केंद्रीय सचिव श्रीमती आनंदी वर्मा, पूर्व कर्मचारी नेता भुवन जोशी, श्रमिक नेता मो. वसीम, श्रीमती सरिता मेहरा, पार्टी के ज़िला उपाध्यक्ष प्रकाश जोशी, हेम पांडे, लीला आर्या, सोमेश्वर विधानसभा प्रभारी किरन आर्या शामिल थे। संचालन युवा नेत्री भारती पांडे एवं गोपाल राम ने किया।
सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि उपपा राज्य में मज़दूरों, किसानों, कर्मचारियों एवं आम लोगों के मूल अधिकारों, सम्मान के लिए लड़ने वाली सबसे प्रखर व ईमानदार ताकत है जो उत्तराखंड जैसे राज्यों को बर्बाद करने वाले पूंजीपतियों, माफियाओं, नौकरशाहों व राजनेताओं के नापाक गठजोड़ से मुक्त करने कि ताक़त रखती है। सम्मेलन को धीरेन्द्र मोहन पंत, योगेश बिष्ट, विनीता, चंपा सुयाल, प्रदीप चन्द्र, मीना टम्टा, श्रीमती लीला आर्या, डी. के. कांडपाल, सल्ट से आए जगदीश चन्द्र, पाटिया के हेम पांडे, भावना मनकोटी, पूर्व प्राचार्या श्रीमती आनंदी मनराल, गोविंद सिंह सिजवाली, नवीन चन्द्र पेटशाली, कला पंत, डॉ. के. एस. रावत, आल्पस फैक्ट्री आंदोलन की सरस्वती देवी समेत अनेक लोगों ने संबोधित किया और पार्टी की विचारधारा को घर घर पहुंचाने का संकल्प लिया।