जोशीमठ। कड़ी मशक्कत के बाद बीआरओ ने बदरीनाथ व मलारी हाईवे आवाजाही के लिए खोल दिया है।
वीती रात्रि को हुई मूसलाधार वारिश से सीामांत क्षेत्रों की सडकें अवरूद्ध हो गई थी। बदरीनाथ हाई-वे रात्रि करीब साढे दस बजे बंद हो गया था। गोविंदघाटी व कचरा नाला लामबगड मे भारी मलबा आने से यातायात ठप्प पड़ गया था। बीआरओ ने सुबह करीब साढे पांच बजे दोनों स्थानों पर मार्ग खोलने का कार्य शुरू किया। दोपहर बाद मार्ग आवाजाही के लिए खुल गया। इसके साथ ही जोशीमठ-मलारी रोड भी भापकुंड व मलारी के पास दो स्थानों पर अवरूद्ध मार्ग भी आवाजाही के लिए बहाल हो गया है। बीआरओ की 21 टास्क फोर्स के कमांडर कर्नल मनीष कपिल के अनुसार बीती रात्रि को हुई वारिश ने बदरीनाथ हाई वे को दो स्थानों पर बाधित कर दिया था। इन स्थानों पर 50 से 90 मीटर तक मलबा आ चुका था। इसे हटाने के लिए बीआरओ की पांच मशीनों ने सुबह से कार्य करना शुरू किया और आवाजाही के लिए मार्ग को खोल दिया। इसी प्रकार मलारी रोड भी दो स्थानों पर अवरूद्ध हो गई थी। इस पर भी यातायात बहाल हो गया। उन्होने बताया कि सिमली-ग्वालदम रोड को भी आवाजाही हेतु सुचारू कर दिया गया है। बताते चलें कि बदरीनाथ हाई-वे पर दशकों का नासूर लामबगड स्लाइड जोन तो दुरूस्त हुआ लेकिन अब इस स्लाइड जोन से पहले कचरा नाला एक नया स्लाइडिंग जोन बन गया है। बरसात के दौरान आए दिन यहां पर मलबा आने से मार्ग अवरूद्ध होना आम बात हो गई है।