देहरादून। प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर आशा कार्यकर्तियों की मांगों को स्वीकार करने का आग्रह किया है। किशोर ने कहा है कि आशाओं ने करोना संक्रमण काल में सराहनीय कार्य किया है। उपाध्याय ने अपने पत्र में कहा कि कोविड -19 के इस संकट काल में इन्हीं लोगों ने अपने प्राणों को संकट में डालकर भी कोरोना संक्रमितों की सेवा की। अब वे वैक्सीनेशन के महत्वपूर्ण काम को अंजाम दे रहे हैं। सरकार उन पर काम के कई बोझ लाद देती है और उनको पूरा मेहनताना भी नहीं दे रही है।
उपाध्याय ने उनके आन्दोलन का समर्थन करते हुये मुख्यमंत्री से कहा है कि उन्हें सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाय, जब तक सरकारी कर्मचारी घोषित नहीं किया जाता 21 हजार मानदेय दिया जाय। इसके अलावा उन्हें पैदल चलने का भत्ता, घोषित कोरोना भत्ते को उनके खाते में डाला जाय। कोविड कार्यों में लगी कार्यकत्रियों का 10 लाख का स्वास्थ्य बीमा और 50 लाख का जीवन बीमा किया जाय। कोरोना डय़ूटी में जान गँवाने वाली कार्यकर्तियो के आश्रितों के परिवारजनों को 50 लाख मुआवजा दिया जाय तथा परिवार के एक सदस्य को पक्की सरकारी नौकरी दी जाय।